प्रमोद कुमार/न्यूज़11 भारत
बरवाडीह/डेस्क: झारखंड के लातेहार जिले में स्थित नेतरहाट इस समय पर्यटकों से गुलजार हैं. अपनी अनुपम प्राकृतिक सुंदरता और ठंडी हवाओं के कारण यह स्थल न केवल राज्य, बल्कि पूरे देश में प्रसिद्ध हैं. इसे 'पहाड़ो की रानी' के रूप में भी जाना जाता हैं. यहां के अद्भुत दृश्य और मौसम पर्यटकों को अपनी ओर खींचते है और यह स्थल देशभर में एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में उभरकर सामने आया हैं.
नेतरहाट का सनसेट और सनराइज अत्यधिक प्रसिद्ध है, जो पर्यटकों को एक अलग तरह का अनुभव प्रदान करते हैं. इसके अलावा नेतरहाट का शैले हाउस, जो काष्ठ कला का अद्भुत नमूना है और भी पर्यटकों का ध्यान आकर्षित करता हैं. यह दो मंजिला लकड़ी से बना भवन अपनी वास्तुकला और सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध हैं. नेतरहाट का आवासीय विद्यालय भी पूरे देश में एक प्रतिष्ठित शैक्षिक संस्थान के रूप में जाना जाता हैं. यहां के छात्र आईएएस और आईपीएस जैसे उच्च पदों पर कार्यरत हैं. यह विद्यालय अपनी उत्कृष्ट शैक्षिक गुणवत्ता और अनुशासन के लिए प्रसिद्ध हैं.
नेतरहाट के अन्य प्रमुख आकर्षणों में नाशपाती बागान, अपर और लोवर घघरी, गहरी घाटियां और शीतल मौसम शामिल हैं. यहां की सैकड़ों फीट गहरी घाटियां और घने जंगलों के दृश्य पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देते हैं. यहां का मौसम विशेष रूप से सर्दियों में बहुत आकर्षक हो जाता है, जिससे पर्यटक यहां आकर ठंडी हवाओं और शांति का अनुभव करते हैं.
कैसे जाएं नेतरहाट: नेतरहाट सड़क मार्ग से आसानी से पहुंचा जा सकता हैं. रांची से आने वाले पर्यटक लोहरदगा और घाघरा के रास्ते नेतरहाट पहुंच सकते हैं. रांची से नेतरहाट की दूरी लगभग 175 किलोमीटर है जबकि लातेहार जिला मुख्यालय से यह 80 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं. इसके अलावा बरवाडीह से भी नेतरहाट करीब 130 किलोमीटर दूर हैं.
नेतरहाट में पर्यटकों के लिए सरकारी और निजी दोनों प्रकार के होटल उपलब्ध हैं. यहां का मौसम सालोंभर ठंडा रहता है, इसलिए पर्यटकों को गर्म कपड़े लेकर आने की सलाह दी जाती हैं. नेतरहाट जो 1,128 मीटर (3,701 फीट) की ऊंचाई पर स्थित है, अपने अद्वितीय प्राकृतिक सौंदर्य और शांतिपूर्ण वातावरण के कारण देशभर से पर्यटकों को आकर्षित कर रहा हैं. यह स्थल अपने सुंदर नजारों, ठंडी हवाओं और ऐतिहासिक महत्व के कारण एक प्रमुख पर्यटन स्थल बन चुका हैं.