न्यूज़ 11 भारत
रांची/डेस्क: नॉर्वे के समंदर में एक रहस्यमयी और चर्चित व्हेल 'ह्वाल्डिमिर' की मौत ने सभी का ध्यान आकर्षित किया है. यह व्हाइट बेलुगा व्हेल, जिसे रूसी जासूसी व्हेल माना जाता था, 31 अगस्त को दक्षिणी नॉर्वे के रिसाविका खाड़ी में मृत पाई गई. इस व्हेल का नाम 'ह्वाल्डिमिर' नॉर्वेजियन शब्द 'ह्वाल' (जिसका अर्थ है व्हेल) और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के नाम से लिया गया है.
जासूसी मिशन पर व्हेल
इस व्हेल की कहानी 2019 में शुरू हुई, जब इसे पहली बार नॉर्वे के उत्तर में इंगोया द्वीप के पास देखा गया. उस समय, इसके शरीर पर एक हार्नेस और कैमरा माउंट लगा हुआ था, जिस पर 'सेंट पीटर्सबर्ग' लिखा था. यह संकेत देता था कि यह व्हेल रूसी नौसेना के किसी गुप्त मिशन का हिस्सा हो सकती है. पश्चिमी देशों ने भी इस बात का दावा किया कि यह व्हेल रूसी नौसेना द्वारा प्रशिक्षित की गई थी.
रूसी नौसेना को शीत युद्ध के दौरान समुद्री जीवों को जासूसी के लिए ट्रेनिंग देने का इतिहास रहा है, जिसमें ह्वाल्डिमिर भी शामिल थी. हालांकि, रूसी अधिकारियों ने कभी इस पर प्रतिक्रिया नहीं दी, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि इस व्हेल को दुश्मन के इलाके में जासूसी करने के लिए प्रशिक्षित किया गया था.
मौत का रहस्य और पोस्टमार्टम
ह्वाल्डिमिर की अचानक मौत के बाद, उसका शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. समुद्री जीवविज्ञानी सेबेस्टियन स्ट्रैंड, जो नॉर्वे के NGO मरीन माइंड से जुड़े हुए हैं, ने बताया कि व्हेल की मौत के कारण का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है. स्ट्रैंड ने कहा कि व्हेल की अचानक मौत से वे बेहद दुखी हैं और यह पूरी तरह से अनपेक्षित था.
लोगों के साथ खेलना पसंद करती थी ह्वाल्डिमिर
ह्वाल्डिमिर को नॉर्वे के तटीय शहरों में अक्सर देखा गया था, जहां वह लोगों के साथ खेलती और हाथ के संकेतों का जवाब देती थी. यह व्हेल सामान्यतः ठंडे आर्कटिक महासागर में पाई जाती है, लेकिन इसकी गतिविधियां नॉर्वे के समुद्र में विचित्र और असामान्य मानी गईं.
यह भी पढ़े:बाबूलाल मरांडी करेंगे सिपाही दौड़ में मृतक अभ्यर्थि के परिजनों से मुलाकात
व्हेल के प्रशिक्षित होने की संभावनाएं
विशेषज्ञों का मानना है कि ह्वाल्डिमिर को रूस में प्रशिक्षित किया गया था, और वह किसी जासूसी मिशन का हिस्सा थी। कोला प्रायद्वीप के पास रूसी नौसेना का बेस है, जहां इस तरह के समुद्री जीवों को प्रशिक्षित किया जाता है. हालांकि, इस मिशन को बाद में बंद कर दिया गया था, लेकिन ह्वाल्डिमिर की कहानी ने इसे फिर से चर्चा में ला दिया है.