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रांची/डेस्क: आज कल लोगों को फास्ट फूड खाना पसंद होता है जैसे बर्गर, मोमोस, चाउमीन आदि पर इन सब से हटकर एक बात यह भी सच है कि यह फास्ट फूड लोगों के सेहत के लिए बेहद हानिकारक होता हैं. ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जिसे सुन सभी लोग बाहर का खाने से पहले सौ बार सोचेंगे.
क्या है पूरा मामला?
यह हैदाराबाद में स्ट्रीट वेंडर के यहां से मोमोज खाने के कारण एक महिला की मौत हो गई. पुलिस ने बताया है कि बंजारा हिल्स इलाके में रहने वाली 33 साल की रेशमा बेगम और उनके 2 बच्चों ने खैरताबाद के एक मोमोज स्टॉल से 25 अक्टूबर को मोमोज खाए थे. जिसके कुछ देर बाद तीनों को डायरिया, पेट में दर्द और उल्टी होने लगी. 27 अक्टूबर को इलाज के समय रेशमा की मौत हो गई. हालांकि उनके बच्चों का इलाज अभी-भी चल रहा हैं. बता दे कि रेशमा एक सिंगल मदर थी और उनके बच्चों की उम्र 12 साल और 14 साल हैं.
20 अन्य लोगों को हुआ फूड पॉइजनिंग
जानकारी के मुताबिक, 20 और लोगों को भी इसी मोमोज स्टॉल वालों के कारण फूड पॉइजनिंग हुआ हैं. पुलिस ने यह बताया है कि अब तक 20 में से 15 मामलों में मंगलवार को शिकायत दर्ज कराई गई हैं. रेशमा बेगम के परिवार के द्वारा शिकायत दर्ज होने के बाद से ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम के Food Security Department और पुलिस ने मोमोज स्टॉल चलाने वाले 2 लोगों को हिरासत में लिया गया हैं. इस मामले में पुलिस ने गैर-इरादतन हत्या का मामला बताते हुए यह बताया है कि इन वेंडर्स के पास Food Security License नहीं था.
वेंडर ने नहीं रखी साफ-सफाई
इस मामले में पुलिस ने यह बताया है कि जांच के दौरान यह पता चला है कि मोमोज बनाने के लिए इस्तेमाल किए गए आटे को बिना किसी पैकेजिंग के फ्रिज के अंदर रख दिया जाता था. इतना ही नहीं उन्होंने आगे बताया है कि वेंडर ने साफ-सफाई भी नहीं कर रखी थी. साथ ही फ्रिज का दरवाजा टूटा हुआ था, जिसके कारण फ्रिज में वह Temperature नहीं था, जो आटे को फ्रेश रखने के लिए जरूरी होता हैं. पुलिस ने आगे बताया है कि वेंडर के पास से अलग-अलग सैंपल लेकर टेस्टिंग के लिए लैब भेजवा दिया गया था. जिसके बाद इसकी लोगों की फूड पॉइजनिंग की पुष्टि हुई और साथ ही यह भी पता चला है कि मोमोज में डलने वाली किस चीज के कारण उन लोगों फूड पॉइजनिंग हुई थी.