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रांची/डेस्क: छींक आना एक सामान्य शारीरिक प्रक्रिया है लेकिन भारतीय मान्यताओं और ज्योतिष शास्त्र में इसे शुभ और अशुभ संकेतों से जोड़ा जाता हैं. आपने भी सुना होगा कि घर से निकलते समय छींक आ जाए तो इसे अपशकुन माना जाता है लेकिन क्या वाकई ऐसा होता हैं? आइए जानते है छींक से जुड़े दिलचस्प और रहस्यमयी तथ्य.
घर से बाहर जाते वक्त छींक आना
अगर कोई व्यक्ति घर से बाहर निकल रहा हो और तभी उसे छींक आ जाए तो इसे यात्रा में बाधा का संकेत माना जाता हैं. ज्योतिष के अनुसार, ऐसे समय पर कुछ सेकंड रूककर पानी पीकर ही यात्रा करनी चाहिए. लेकिन अगर छींक एक बार नहीं बल्कि दो या उससे ज्यादा बार आती है तो इसे शुभ संकेत माना जाता हैं.
रसोई में छींक आना
रसोई में दूध उबालते समय छींक आना भी शुभ संकेत नहीं माना जाता हैं. ऐसा कहा जाता है कि यह न केवल आपके स्वास्थ्य बल्कि पारिवारिक जीवन में भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकता हैं.
जानवरों को छींक आना
इंसानों के अलावा जानवरों की छींक को भी शुभ-अशुभ संकेतों से जोड़ा गया हैं. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार:
गाय की छींक: यदि घर से निकलते समय किसी गाय को छींकते देख लेन तो यह संकेत देता है कि आपके कार्य में सफलता मिलेगी.
कुत्ते की छींक: यदि कुत्ता लगातार दो या अधिक बार छींकता है और आप उसकी आवाज सुनते है तो इसे भी अत्यंत शुभ माना जाता हैं.
छींक से जुड़ी कुछ जानकरियां
- रात में लगातार छींक आना कुछ नकारात्मक ऊर्जा के प्रभाव का संकेत माना जाता हैं.
- अगर कोई व्यक्ति आपके सवाल का जवान देने से पहले छींकता है तो इसका मतलब यह हो सकता है कि उसका जवाब सही हैं.
- भारतीय संस्कृति में छींक आने के बाद 'भगवान आपका भला करें' या 'अच्छा हुआ' कहने की परंपरा है ताकि कोई भी नकारात्मक प्रभाव खत्म हो जाए.