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रांची/डेस्क: होली के त्यौहार की खुसी शुरू हो चुकी है. ऐसे में 13 मार्च को छोटी होली है यानी इस दिन होलिका दहन है. इसके दुसरे दिन यानी 14 मार्च को होली है. इस दिन सभी लोग रंजो के पर्व को बड़ी ही उत्साह के साथ मनाएंगे. यह बात तो सभी लोग जानते है. लेकिन इस दिन यानी 14 मार्च को कुछ और भी होने वाला है. इसे लेकर भी काफी चर्चा हो रही है. आइये आपो इस बारे में बताते है कि आखिर 14 मार्च को और क्या होने वाला है.
होली को लेकर देश के बाजार रंग से पट चुके है. ऐसे में मथुरा और काशी में तो होली की धूम मची हुई है. पंचांग के अनुसार इस साल 14 मार्च को होली है. इस दिन पूर्णिमा की तिथि रहेगी, हिंदू वैदिक पंचांग के अनुसार दोपहर 12 बजकर 27 मिनट ही पूर्णिमा रहेगी.
क्या बड़ा होगा 14 मार्च को?
होली के दिन शाम होते-होते कई बड़ी घटनाएं होती रहती है. लेकिन इस 14 मार्च को कुछ ऐसा होने वाला है जिसे लेकर लोग चकित और भयभीत भी है. इसके पीछे सबसे बड़ा और पहला कारण यह है कि इस दिन साल 2025 का पहला ग्रहण भी है. हिंदू सनातन धर्म में शुभ और मांगलिक कार्यों में ग्रहण लगने की घटना को अशुभ माना जाता है. ऐसे में इस दिन चंद्रग्रहण है. यही नहीं इससे ठीक 15 दिन के अंतराल पर यानि 29 मार्च को सूर्य ग्रहण लग रहा है. आपको बता दें कि ग्रहण को लेकर कई तरह के मान्यताएं है. ऐसे में ग्रहण के दौरान सूतक काल में कई तरह के सावधानी बरतनी पड़ती है. कई लोग यात्रा, शुभ कार्य आदि करने से ग्रहण के दौरान बचते है. यही नहीं इस दौरान ना भोजन करते है और ना ही पूजा करते है. इस समय गर्भवती महिलाओं को विशेष हिदायत दी जाती है.
ग्रहों के राजा का होगा राशि परिवर्तन
आपको बता दें कि 14 मार्च काफी महत्वपूर्ण है. इस दिन सूर्य का गोचर मीन राशि में होने वाला है. अभी तक सूर्य कुंभ राशि में विराजमान थे, लेकिन इस दिन वह निकलकर मीन राशि में चले जाएंगे. आपको बता दें कि बृहस्पति की राशि मीन राशि है. यानी इस दिन से लेकर एक महीने तक सूर्य मीन राशि में भ्रमण करेंगे. आपको बता दें कि जब भी किसी राशि में सूर्य आते है तो उसे संक्रांति कहते हैं. ऐसे में 14 मार्च को सूर्य के राशि परिवर्तन को मीन संक्रांति कहते है.
14 मार्च से लगेगा खरमास!
आपको बता दें कि जब सूर्य का प्रवेश मीन राशि में होता है तो खरमास लगता है. यह तो आपको मालूम ही होगा की खरमास में शुभ कार्य नहीं किये जाते है.मुंडन, शादी विवाह आदि जैसे कार्यों पर रोक लग जाती है. खरमास को हिंदू धर्म में काफी विशेष महत्व दिया गया है. आपको बता दें कि साल में दो बार खरमास लगता है. एक बार तब जब धनु राशि में सूर्य होता है और दूसरा तब कब सूर्य मीन राशि में रहता है. ऐसी मान्यता है कि खरमास के दौरान सूर्य की शक्ति कम हो जाती है. इस कारण से ही इस दौरान हरि भजन और दान आदि के कार्य को वरीयता दी जाती है. आपको बता दें कि यह खरमास 14 मार्च की 6:59 बजे से आरंभ होगा और 14 अप्रैल को समाप्त होगा.
भूलकर के भी ना करें नशा
14 मार्च को होली है. इस दिन खूब शराब के बोतलें खुलेंगी. लेकिन हम आपको यह सलाह देते है कि आप इस दिन शराब आया किसी भी तरह के नशे का सेवन ना करें. अगर आप ऐसा करते है तो आप क्रूर ग्रह मंगल के नकारात्मक प्रभाव और पाप ग्रह राहू-केतु के नकारात्मक प्रभाव से नही बचेंगे. ऐसी स्थिति में लड़ाई-झगड़ा, जेल, पुलिस, कोर्ट कचहरी आदि के चक्कर लगाने पड़ सकते हैं.