न्यूज 11 भारत
रांची/डेस्क:17 सितंबर को पूरे देश में 70 स्थानों पर पीएम विश्वकर्मा योजना को लॉन्च किया था. उस दिन विश्वकर्मा योजना लागू करने हेतु दिल्ली में प्रधानमंत्री महोदय के कार्यक्रम में सिमड़ेगा जिले की 2 रानी मिस्त्री ठेठईटांगर प्रखंड के ताराबोग की कमला देवी और पाकरटांड़ प्रखंड के भेलवाडीह की प्रफ्फुलित कुजुर भी कार्यक्रम में शामिल हुईं थीं. उस वक्त प्रधानमंत्री ने इन दोनों रानी मिस्त्री से बातचीत की थी.इस दौरान जब इनसे पीएम ने वार्तालाप की और इनसे पूछा कि आपलोग रानी मिस्त्री कैसे बनी.इस सवाल का जवाब देते हुए इन्होनें बताया कि 2017 से स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत जिले में शौचालय निर्माण कार्य कराया जा रहा था. उस वक्त ग्राम की महिलाओं को कल्याण गुरुकुल सिमड़ेगा में मिस्त्री का प्रशिक्षण देकर निर्माण कार्य मे लगाया गया था. तब से जिले की सैकड़ों महिलाएं मिस्त्री का कार्य करने लगी. इन्हें प्रेरित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आप लोग बढ़िया से कार्य करें एवं औरों को भी रानी मिस्त्री के कार्य के लिए प्रेरित करें. साथ हीं उन्होनें कहा कि सरकार के द्वारा विश्वकर्मा योजना की शुरुआत की जा रही है.इससे सभी को उनके कार्य में प्रशिक्षण देते हुए एक्सपर्ट किया जायेगा एवं वित्तीय मदद हेतु अपने कार्य को कुशलता से करने के लिए वित्तीय सहायता भी की जाएगी. सिमडेगा जिला में कार्य करने वाली महिला मिस्त्री को तत्कालीन उपायुक्त जटाशंकर चौधरी के द्वारा इन्हें रानी मिस्त्री का नाम दिया गया था.
रांची और पूर्वी सिंहभूम सहित देश के 70 स्थानों पर पीएम विश्वकर्मा योजना को लॉन्च किया गया था
बता दें कि 17 सितंबर को पूरे देश में रांची और पूर्वी सिंहभूम सहित देश के 70 स्थानों पर पीएम विश्वकर्मा योजना को लॉन्च किया था.इस योजना का लॉन्च को लेकर रांची के मोरहाबादी स्थित आर्यभट्ट सभागार में कार्यक्रम का आयोजन किया गया.कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्रालय अर्जुन मुंडा मौजूद रहे.इसके अलावे श्रम नियोजन व कौशल विकास मंत्री सत्यानंद भोक्ता, सांसद संजय सेठ, सांसद सुदर्शन भगत, विधायक सीपी सिंह भी मौजूद रहे.इस को लेकर कारीगर और विश्वकर्मा समाज में उत्साह का माहौल बना हुआ है.केंद्र सरकार की इस योजना से राज मिस्त्री, लोहार, धोबी,कुम्हार, फूलों का काम करने वाले, ताला चाबी बनाने वाले, मूर्तिकार, मछली का जाल बुनने वाले आदि को लाभ मिलेगा.
जानिए क्या है प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना
इस योजना को पीएम विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना और PM VIKAS के नाम से भी जाना जाता है.इस योजना के अंतर्गत देश के शिल्पकारों और कारीगरों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी. इस के तहत लाभ पाने के लिए न्यूनतम आयु 18 साल होनी चाहिए.परिवार का एक ही सदस्य इस योजना का लाभ आवेदन करने वालों को स्वघोषणा पत्र भी देना होगा.बता दें कि इस योजना का जिक्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भी किया था.
कामगारों को आर्थिक रुप से सुदृढ़ करना है लक्ष्य
इस योजना की शुरुआत कारीगरों और श्रमिकों को प्रोत्साहन देने के नजरिए से किया जा रहा है.इसका उद्देश्य पारंपरिक शिल्प कौशल में कुशल व्यक्तियों को सशक्त बनाना है. इसका प्राथमिक उद्देश्य विभिन्न क्षेत्रों में श्रमिकों को वित्तीय सहायता, प्रशिक्षण और कल्याण से संबंधित सहायता प्रदान करना है.इस योजना के तहत कारीगरों और शिल्पकारों को ट्रेनिंग भी दी जाएगी. इस योजना के लागू होने के बाद देशभर में स्वरोजगार में वृद्धि हो जाएगी.