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रांची/डेस्क: आम आदमी पार्टी के खिलाफ ED ने सनसनीखेज दावा किया है. ED के मुताबिक नियमों को ताक पर रखकर आम आदमी पार्टी ने 8 साल में 7.08 करोड़ रुपया विदेशी चंदा हासिल किया है. ED का दावा है कि 50 करोड़ रुपए विदेशों से चंदा जुटाने का लक्ष्य रखा गया था, जिसमे से AAP 7 करोड़ रुपए जुटाने में सफल रही.
बताया जा रहा है कि एजेंसी ने दावा किया कि 2014 से 2022 के बीच नियमों को ताक पर रखकर AAP ने 7.08 करोड़ का चंदा हासिल किया. वहीं ED ने 2023 में इसकी जानकारी गृह मंत्रालय को भी दी थी. ED का कहना है कि FCRA, जनप्रतिनिधित्व कानून (The Representation of People Act) और IPC का उल्लंधन करते हुए आम आदमी पार्टी ने विदेशी चंदा स्वीकार किया. वहीं ED के इस दावे के बाद अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें और बढ़ सकती है.
ED का दावा, इन देशों से AAP को मिला चंदा
ED की माने तो आम आदमी पार्टी को कनाडा, अमेरिका, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, यूएई, सउदी अरब, ओमान और कुवैत जैसे देशों से चंदा मिला है. जांच एजेंसी का ये भी कहना है कि AAP ने अकाउंट बुक में दानदाताओं की पहचान छुपाई है, जो नियमों का उल्लंघन है. बता दें कि विदेशी चंदा हासिल करने पर भारत में राजनितिक दलों पर रोक है. ED का दावा है कि दान सीधे AAP के IDBI बैंक खाते में जमा कराया गया है. खबर है कि AAP ने 2016 में अपने ओवरसीज वॉलेंटियर्स और कार्यकर्ताओं के लिए 50 करोड़ इकट्ठा करने का लक्ष्य रखा था.
मिडिया रिपोर्ट्स की माने तो जांच एजेंसी ने दावा किया है कि AAP को कई दान दाताओं ने एक ही मोबाईल नंबर, एक ही क्रेडिट कार्ड, ई- मेल और पासपोर्ट के जरिए चंदा दिया गया.