संतोष कुमार/न्यूज़11 भारत
चांडिल/डेस्क: समावेशी शिक्षा के तहत दिव्यांग बच्चों के लिए एनवायरमेंटल बिल्डिंग प्रोग्राम का आयोजन प्रखंड संसाधन केंद्र कुकुडू में किया गया. रिसोर्स टीचर दिगम्बर महतो ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को समान अवसर और अनुकूल वातावरण प्रदान करना है, ताकि वे अपनी प्रतिभा को निखार सकें. इस कार्यक्रम में प्रखंड के विभिन्न विद्यालयों से दिव्यांग बच्चे भाग लिए. इस दौरान बच्चों की प्रतिभा को उभारने के लिए ड्राइंग, क्विज, गायन, नृत्य, आर्ट एंड क्राफ्ट, निबंध और रंगोली प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी रविशंकर महतो ने दिव्यांग बच्चों का मनोबल बढ़ाया. रिसोर्स टीचर दिगंबर महतो ने बताया कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यालयों में दिव्यांग बच्चों के लिए बाधा मुक्त वातावरण तैयार करना और उनके आत्म-सम्मान को विकसित करना है. विद्यालय स्तर पर सुगमता को ध्यान में रखकर रैंप का निर्माण कराया गया है.
समावेशी शौचालय का निर्माण भी प्रस्ताव है. आने वाले समय में विद्यालय को और अधिक बाधामुक्त बनाया जाएगा ताकि दिव्यांग बच्चों को विद्यालय में शिक्षा ग्रहण करने में कोई कठिनाई उत्पन्न नहीं हो सके इसके लिए हम सभी प्रतिबद्ध हैं. राहुल रंजन ने कहा कि आज के समय में कई दिव्यांग बच्चों ने अपनी प्रतिभा को साबित किया है. हमें उन्हें दया की नजर से देखने के बजाय समान अवसर देने की जरूरत है, ताकि वे अपनी क्षमताओं का पूरा प्रदर्शन कर सकें. यह कार्यक्रम न केवल दिव्यांग बच्चों को वास्तविक दुनिया की चुनौतियों से अवगत कराएगा, बल्कि समाज में दिव्यांगता से जुड़े मिथकों को भी दूर करेगा. इस पहल से दिव्यांग बच्चों को प्रोत्साहन मिलेगा और वे समाज की मुख्यधारा से जुड़कर अपनी पहचान बना सकेंगे. कार्यक्रम को सफल बनाने में मृत्युंजय कुमार रूपेश कुमार महतो आदि ने अहम भूमिका निभाई.