सावित्रीबाई फुले के योगदान को किया याद, एआईएसएफ ने वन नेशन, वन एजुकेशन की मांग उठाई
अनंत/न्यूज़11भारत
बेरमो/डेस्क: ऑल इंडिया स्टूडेंट फेडरेशन (एआईएसएफ) का दूसरा जिला सम्मेलन रविवार को भाकपा आंचल कार्यालय में आयोजित किया गया. सम्मेलन की शुरुआत देश की पहली महिला शिक्षिका और महिला सशक्तिकरण की प्रतीक सावित्रीबाई फुले को श्रद्धांजलि देकर की गई. इस अवसर पर उनके समाज सुधार के योगदान को याद किया गया. सम्मेलन में पिछले तीन वर्षों की संगठनात्मक समीक्षा की गई और आगे की रणनीति तय की गई. इसमें केंद्र और राज्य सरकार की शिक्षा विरोधी नीतियों के खिलाफ सड़कों पर संघर्ष तेज करने का प्रस्ताव पारित किया गया.
नए पदाधिकारियों का चयन:
सम्मेलन में नई जिला कमेटी का गठन किया गया। अफजल दुर्रानी को जिला महासचिव, अमन प्रजापति को जिला अध्यक्ष, और साकिबुल हसन, रानी कुमारी, व सबा परी को उपाध्यक्ष चुना गया. इसके अलावा 15 सदस्यीय जिला कमेटी का गठन किया गया. अफजल दुर्रानी ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, "सावित्रीबाई फुले का योगदान समाज और शिक्षा के क्षेत्र में अमूल्य है. उनके संघर्षों को भुलाया नहीं जा सकता. उन्होंने राज्य सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि बीते पांच वर्षों में युवाओं को रोजगार देने में सरकार पूरी तरह विफल रही है. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर नौकरी बहाली और परीक्षा में पेपर लीक जैसी समस्याओं को नहीं रोका गया तो एआईएसएफ आंदोलन तेज करेगा.
वन नेशन, वन एजुकेशन की मांग:
सम्मेलन में सभी छात्रों को समान शिक्षा प्रणाली लागू करने की मांग करते हुए "वन नेशन, वन एजुकेशन" का नारा दिया गया. इस मौके पर फरहान आदिल, प्रीति कुमारी, माही कुमारी, साजिदा फिरदौस, सिकंदर कुमार रविदास, आनंद कुमार, तुषार मुर्मू, डोली कुमारी, रोहित तमन्ना, आनंद गुप्ता समेत कई छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे.