प्रमोद कुमार/न्यूज़11 भारत
लातेहार/डेस्क: बरवाडीह प्रखंड क्षेत्र के छिपादोहर अनुसूचित जनजाति आवासीय विद्यालय के एक कमरे में अचानक दोपहर 11 बजे आग लग गई. घटना के समय कमरे में कोई भी छात्र मौजूद नहीं था, क्योंकि सभी छात्र अपने-अपने कक्षा कक्ष में थे. इससे एक बड़ा हादसा टल गया.
इस घटना के संबंध में छात्र ऋतिकास उरांव, शंकर उरांव, सोनल उरांव, प्रफुल, ऋतुराज कुमार सिंह, पंकज मणि, धर्मदेव, पंकज सिंह, अजित उरांव समेत अन्य ने बताया कि कुछ ही देर पहले विद्यालय में ब्रेक हुआ था. तभी आग की तेज लपटें कक्षा पांच के छात्रों के हॉस्टल रूम से उठती दिखाई दी. छात्रों ने तुरंत इसकी सूचना विद्यालय प्रबंधन को दी.
विद्यालय कर्मियों और स्थानीय लोगों की मदद से आधे घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया. घटना की सूचना मिलते ही प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) रेशमा रेखा मिंज और अंचलाधिकारी मनोज कुमार घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया. प्रशासन की टीम आग लगने की घटना की गहनता से जांच कर रही है.
एम्बुलेंस सेवा पर उठे सवाल
आग लगने की सूचना मिलने के बावजूद छिपादोहर में उपलब्ध एंबुलेंस घटनास्थल पर नहीं पहुंची. बीडीओ द्वारा एंबुलेंस बुलाने की मांग करने के बावजूद यह सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाई. स्थानीय लोगों का कहना है कि छिपादोहर में केवल एंबुलेंस खड़ी रहती है, लेकिन उसका चालक अक्सर अनुपस्थित रहता है.
प्रत्यक्षदर्शियों ने इस लापरवाही पर नाराजगी जताते हुए कहा कि इतनी बड़ी घटना के बावजूद अगर एंबुलेंस समय पर नहीं पहुंची, तो फिर इसकी उपयोगिता ही क्या है? इस स्थिति को देखते हुए लोगों ने प्रशासन से इस लापरवाही को गंभीरता से लेने और उचित कार्रवाई करने की मांग की है.प्रशासन द्वारा आग लगने के सही कारणों का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है और अधिकारियों ने मौके पर आवश्यक निर्देश दिए हैं.