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रांची/डेस्क: Periods महिलाओं के जीवन का एक अभिन्न अंग है, जो महिलाओं के वजाइना के द्वारा महीने में एक बार होता हैं. आजकल 8-9 साल की उम्र में ही लड़कियों को Periods शुरू हो जाता है, जो आगे चलकर उनके लिए नुकसानदायक साबित हो सकता हैं.
कम उम्र में छोटी बच्चियों को Periods होने से न केवल बच्चियों को परेशानी होती है बल्कि उनके मां-बाप के लिए भी यह चिंता का विषय बनते जा रहा हैं. आए दिन बच्चों के लाइफस्टाइल में काफी बदलाव हो रहा है, जैसे- खानपान, पर्यावरण प्रदुषण, बच्चों का वजन बढ़ना आदि. आज के समय में बच्चे ज्यादातर बाहर का खाना पसंद करते है जैसे - Maggie, Chowmin, Kurkure. इन तरह की चीजो में Chemicals और Preservatives होते है, जो शरीर में Hormonal Imbalance को पैदा करता हैं. ऐसे में बच्चों का वजन भी तेजी से बढ़ता है और हार्मोनल बदलाव के कारण लड़कियों के Periods जल्दी शुरू होने लग जाते हैं.
बच्चों को दे सही जानकारी
ऐसे में बड़ों का यह फर्ज बनता है कि उन्हें Periods की सही जानकारी मिले. जिससे बच्चियों को Periods आने पर घबराहट न हो. ऐसी हालत में उन्हें बाहर के खानें के बजाय घर की हरी सब्जी, फल, प्रोटीन खिलाएं. इतना ही नहीं बच्चों को यह भी जानकारी देना चाहिए की कैसे Periods के दौरान साफ-सफाई जरुरी है और Sanitary Pads का इस्तेमाल कैसे करना चाहिए.
पीरियड होना लड़कियों के लिए कोई शर्म की बात नहीं हैं. अगर आपको किसी भी प्रकार का डाउट हो तो अपने माता-पिता या डॉक्टर से खुलकर इस विषय पर बात कर सकते हैं.
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