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रांची/डेस्क: छींकना जो कि सामान्य शारीरिक क्रिया है, अक्सर हमें समाजिक शिष्टाचार के तौर पर 'Sorry' कहने और सामने वाले से 'God Bless You' सुनने की आदत होती है लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इसके पीछे की वजह क्या है? आइए जानते है इस दिलचस्प और मजेदार आदत का सच.
हम सभी के नाक में म्यूकस नाम का एक बहुत सेंसिटिव झिल्ली होता हैं. जब हमारी नाक में धूल, धुआं, आदि आते है तो अंदर एक गुदगुदी-सा होता है, जो हमारे दिमाग को एक मैसेज भेजता हैं. जिसके बाद दिमाग उस गंदगी को बाहर निकालने का आदेश देता है और फिर फेफड़े काम पर लग जाते हैं. आदेश मिलते ही फेफड़े आक्सीजन भर लेते है और फिर तेज गति से बाहर की ओर फेंक देते है जो की छींक के रूप में शरीर से नाक और मुंह के जरिए बाहर निकल जाते हैं.
छींकना शरीर की सफाई का एक तरीका
जब हमारी बॉडी को अंदर से गंदगी और बैक्टेरिया बाहर निकालने की जरुरत होती है तो छींकने का यह तरीका बेहद प्रभावी होता हैं. यह प्रक्रिया हमारे शरीर को शुद्ध करने के काम आती हैं. सर्दी-जुकाम के मौसम में तो यह और भी आम हो जाता है लेकिन क्या आप जानते है कि छींकते समय बैक्टेरिया हवा में फैल सकते हैं? यही वजह है कि हम अक्सर 'सॉरी' बोलते हैं. यह एक शिष्टाचार है ताकि सामने वाले को यह एहसास हो कि हम अनजाने में बैक्टेरिया फैला सकते हैं.
क्यों 'God Bless You' बोलते हैं?
अब बात करते है 'God Bless You' की, जो अक्सर छींकने के बाद सुनने को मिलता हैं. दरअसल, छींकते समय हमारी बॉडी में अचानक हलचल होती है और कई बार यह शरीर के लिए खतरनाक हो सकता हैं. जब हम छींकते है तो हमारे चेस्ट में बदलाव होता है और ब्लड फ्लो तेज हो जाता है इसलिए लोग 'God Bless You' कहते है ताकि भगवान आपका भला करें. यह एक तरह से शुभकामनाएं देने का तरीका था.
क्या कभी छींकने से बचना चाहिए?
हालांकि छींकने से शरीर के लिए तो कोई खतरा नहीं है लेकिन पब्लिक प्लेस में छींकते समय अपनी सफाई का ध्यान रखना जरुरी हैं. नाक पर रुमाल रखना न केवल आपके आसपास के लोगों को सुरक्षित रखता है बल्कि यह आपको भी अधिक जिम्मेदार बनाता हैं. छींकने के बाद 'सॉरी' और 'गॉड ब्लेस यू' कहना न केवल शिष्टाचार है बल्कि यह हमारे शरीर की सुरक्षा और एक-दूसरे के प्रति संवेदनशील का प्रतीक भी हैं.