विधायक प्रदीप प्रसाद के हस्तक्षेप से अस्पताल में ऑफलाइन पर्ची प्रक्रिया फिर से शुरू
प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: सदर विधायक प्रदीप प्रसाद गुरुवार सुबह करीब 8:00 बजे शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल पहुंचे. आम जनता की शिकायतों पर त्वरित संज्ञान लेते हुए विधायक ने अस्पताल की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया और वहां की स्थिति को देखकर गहरी नाराजगी जाहिर की. अस्पताल में पिछले दो-तीन दिनों से केवल ऑनलाइन पर्ची काटने की प्रक्रिया चल रही थी, जिसके चलते मरीजों और उनके परिजनों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था. खासतौर पर वे लोग, जिनके पास स्मार्टफोन नहीं है या जो ऑनलाइन प्रक्रिया से परिचित नहीं हैं, वे इस नई व्यवस्था के कारण अस्पताल में इलाज कराने में असमर्थ हो रहे थे. विधायक ने इसे गहरी चिंता का विषय बताते हुए डीसी, डीडीसी से वार्ता किया. वही अस्पताल प्रशासन को निर्देश दिया कि तुरंत ऑफलाइन पर्ची काटने की सुविधा बहाल की जाए.विधायक के निर्देश के बाद अस्पताल प्रशासन ने तुरंत ऑफलाइन पर्ची काटने की प्रक्रिया शुरू कर दी, जिससे वहां मौजूद मरीजों और उनके परिजनों ने राहत की सांस ली.
एम्बुलेंस की बदहाली पर जताई नाराजगी
निरीक्षण के दौरान विधायक ने अस्पताल में खड़ी एम्बुलेंस की खराब स्थिति का भी जायजा लिया. उन्होंने पाया कि कई एम्बुलेंस लंबे समय से मरम्मत के अभाव में अनुपयोगी पड़ी हुई हैं. इस पर कड़ी नाराजगी जताते हुए उन्होंने अधिकारियों को फटकार लगाई और निर्देश दिया कि सभी एम्बुलेंस को जल्द से जल्द ठीक करवाया जाए ताकि मरीजों को समय पर सुविधा मिल सके.
पोस्टमार्टम प्रक्रिया में हो रही देरी पर चिंता व्यक्त
विधायक ने पोस्टमार्टम प्रक्रिया में हो रही अनावश्यक देरी को भी गंभीरता से लिया. उन्होंने कहा कि इस ठंड के मौसम में मृतकों के परिजनों को और ज्यादा परेशान न किया जाए. पोस्टमार्टम कार्य को प्राथमिकता के साथ जल्द से जल्द पूरा किया जाए ताकि परिजन अपने परिजनों के अंतिम संस्कार की प्रक्रिया बिना किसी कठिनाई के कर सकें.
अस्पताल में लचर व्यवस्था पर अधिकारियों को कड़ी फटकार
निरीक्षण के दौरान विधायक ने अस्पताल में फैली अन्य अव्यवस्थाओं पर भी सख्त रुख अपनाया. उन्होंने अस्पताल में सही समय पर इलाज न मिलने की शिकायतों पर अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई. विधायक ने स्पष्ट निर्देश दिया कि अस्पताल की हर व्यवस्था को जल्द से जल्द ठीक किया जाए और मरीजों को गुणवत्तापूर्ण सेवाएं मुहैया कराई जाएं. सरकारी अस्पताल जनता की सेवा के लिए है, यहां किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने अधिकारियों से कहा की यदि भविष्य में ऐसी शिकायतें दोबारा मिलती है, तो दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
मरीजों और परिजनों से की सीधी बातचीत
निरीक्षण के दौरान विधायक ने मरीजों और उनके परिजनों से सीधे बातचीत की और उनकी समस्याओं को सुना. कई मरीजों ने पर्ची कटाने में हो रही समस्याओं, डॉक्टरों की अनुपस्थिति और दवाइयों की कमी के बारे में जानकारी दी. विधायक ने आश्वासन दिया कि उनकी सभी समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा.
विधायक ने अस्पताल प्रशासन को निर्देश दिया कि सभी समस्याओं का स्थायी समाधान सुनिश्चित करने के लिए एक ठोस कार्य योजना तैयार की जाए. इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों को नियमित निरीक्षण करने और मरीजों की समस्याओं पर तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया.
हजारीबाग सदर विधायक प्रदीप प्रसाद ने अस्पताल के दौरे से यह स्पष्ट कर दिया कि वह जनता की सेवा के प्रति पूरी तरह से समर्पित हैं. उन्होंने कहा की मरीजों और उनके परिजनों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, यह मेरी पहली प्राथमिकता हैं. अस्पताल में हर सुविधा को दुरुस्त किया जाएगा, ताकि जनता को राहत मिल सके.
अस्पताल में सुधार की प्रक्रिया शुरू
विधायक के निर्देश के तुरंत बाद अस्पताल प्रशासन ने कई जरूरी कदम उठाए. मरीजों के लिए ऑफलाइन पर्ची काटने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई. मरीजों और उनके परिजनों ने विधायक के इस त्वरित और प्रभावी कदम की सराहना की. अस्पताल में मौजूद एक मरीज के परिजन ने कहा ने कहा की हमारे विधायक का यह कदम सराहनीय हैं. उन्होंने हमारी तकलीफ को समझा और तुरंत हल किया. अब हमें अस्पताल में इलाज करवाने में कोई दिक्कत नहीं होगी.
विधायक प्रदीप प्रसाद ने जनता से अपील की कि यदि उन्हें अस्पताल या किसी अन्य सरकारी सेवा में कोई समस्या हो, तो वे तुरंत उनके कार्यालय तथा सदर अस्पताल में स्थित संजीवनी सेवा कुटीर में शिकायत करें. उन्होंने भरोसा दिलाया कि हर समस्या का समाधान प्राथमिकता के साथ किया जाएगा. जनता की सेवा ही मेरा धर्म है और उनकी समस्याओं का समाधान करना मेरी जिम्मेदारी.
मीडिया से बातचीत के दौरान हजारीबाग सदर विधायक प्रदीप प्रसाद ने कहा कि
शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज ऑफ अस्पताल में फैली अव्यवस्थाएं बेहद चिंताजनक हैं. केवल ऑनलाइन पर्ची प्रक्रिया से मरीजों को भारी दिक्कत हो रही थी, जिसे मैंने तुरंत ऑफलाइन शुरू करवाया. एम्बुलेंस सेवा, दवाइयों की उपलब्धता और पोस्टमार्टम प्रक्रिया में सुधार के लिए अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए गए हैं. मरीजों और उनके परिजनों की सुविधा मेरी प्राथमिकता हैं. यदि कोई समस्या हो, तो जनता तुरंत मुझसे संपर्क करे. अस्पताल जनता की सेवा के लिए है, लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी.