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रांची/डेस्क: Hindenburg, जो कि एक अमेरिकी शॉर्ट सेलिंग फर्म है. एक बार फिर हिंडनबर्ग के नए आरोप अडाणी ग्रुप पर लगाए है, इससे अडाणी ग्रुप के शेयरों पर भारी असर पड़ा है. शुरुआती कारोबार में 7 फीसदी तक अडाणी एंटरप्राइजेज, अडाणी पावर, अडाणी ग्रीन एनर्जी और अडाणी पोर्ट्स के शेयरों में गिरावट देखने को मिली है. वहीं हिंडनबर्ग ने अपनी नई रिपोर्ट में सेबी चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच पर आरोप लगाया हैं. मगर इसका बड़ा असर अडाणी ग्रुप की कंपनी के शेयरों पर देखने को मिल रहा है.
बता दें कि हिंडनबर्ग ने आरोप लगाया है माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच अडाणी ग्रुप के विदेशी फंड में हिस्सेदारी थी. गौतम अडानी के बड़े भाई विनोद अडाणी ने जैसे फंड में जटिल स्ट्रक्चर का इस्तेमाल करते हुए पैसा लगाया था उसी तरह माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच ने भी पैसा लगाया. वहीं दंपति ने इन आरोपों को निराधार बताया है.
शेयर मार्केट खुलते ही अडाणी एंटरप्राइजेज का 3 फीसदी से ज्यादा शुरुआती कारोबार में लुढ़क गया. वहीं अडाणी ग्रीन के शेयर भी 3 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं. इसके साथ ही अडाणी पोर्ट्स के शेयरों में भी 2 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई. लेकिन सबसे ज्यादा अडाणी पावर का शेयर गिरा है. अडाणी पावर का शेयर 7 फीसदी तक टुटा है.
सेबी चीफ ने आरोपों को नकारा
सेबी चीफ और उनके पति ने हिंडनबर्ग के आरोपों को लेकर कहा कि 10 अगस्त, 2024 की हिंडनबर्ग रिपोर्ट में हमारे खिलाफ लगाए गए निराधार आरोपों का हम खंडन करते हैं. इनमें कोई सच्चाई नहीं है. इसके साथ ही इन आरोपों को सेबी और उनके पति ने चरित्र हनन का प्रयास बताया है.