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रांची/डेस्क: क्या आपने कभी अपने दिल की धड़कन में बदलाव महसूस किया हैं? अगर आपकी धड़कन सामान्य से तेज हो रही है और वह 'धक-धक' से 'धक-धक-धक' हो जाए तो यह प्यार का अहसास नहीं बल्कि एक सीरियस हेल्थ प्रॉब्लम का संकेत भी हो सकता हैं. इसे मेडिकल टर्म्स में 'गैलोपिंग हार्ट' (Galloping Heart) कहा जात हैं. यह स्थिति तब होती है जब दिल की धड़कन असामन्य रूप से तेज और अनियमित हो जाती हैं.
क्या है गैलोपिंग हार्ट?
गैलोपिंग हार्ट का मतलब है, जब दिल की धड़कन सामान्य लय से अलग हो जाती है और उसकी धड़कन तेज हो जाती हैं. सामान्य रूप से दिल की धड़कन एक फिक्स पैटर्न में होती है लेकिन गैलोपिंग हार्ट में यह पैटर्न बिगड़ जाता हैं. यह समस्या आमतौर पर उन लोगों में पाई जाती है, जिनमें दिल की गंभीर बीमारियां होती है, जैसे हार्ट फेल, हाई ब्लड प्रेशर या कमजोर दिल की मांसपेशियां.
कौन से होते है ज्यादा प्रभावित?
गैलोपिंग हार्ट की समस्या अक्सर उन लोगों में देखी जाती है, जिन्हें पहले हार्ट अटैक आ चुका हो या जिनका रक्तचाप बहुत अधिक रहता हैं. इसके अलावा उम्रदराज लोग, विशेषकर 65 साल से ऊपर के लोग, इस समस्या का शिकार हो सकते हैं. यह स्थिति बहुत गंभीर हो सकती है, खासकर यदि इसका समय रहते इलाज न किया जाए.
गैलोपिंग हार्ट के लक्षण
अगर आपके दिल की धड़कन तेज हो रही है या आपको सांस लेने में दिक्कत हो रही है तो यह गैलोपिंग हार्ट के लक्षण हो सकते हैं. खासकर जब आप किसी शारीरिक गतिविधि जैसे दौड़ने या सीढ़ियां चढ़ने के दौरान थकान महसूस करें और आपके पैरों या एड़ियों मेरिन सुजन हो तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. इसके अलावा चक्कर आना और लगातार थकावट महसूस होना भी इसके संकेत हो सकते हैं.