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रांची/डेस्क: नए साल से एक दिन पहले में 31 दिसंबर की शाम को शुरू होने वाला पार्टी कई दिनों तक चलता है. भारत सहित दुनियाभर में करोड़ों लोग ऐसे हैं जो साल की शुरुआत जमकर शराब पीकर करते हैं. अगर आप भी शराब के शौकीन हैं तो जान लें कि कि रम, वोदका, व्हिस्की, वाइन और बीयर में से सबसेज्यादा नशा किस्में होता है. सभी ऐल्कोहॉल ड्रिंक्स में अलग-अलग मात्रा में अल्कोहल होता है.
अल्कोहल की मात्रा अलग होने के कारण इन हार्ड ड्रिंक्स में नशा भी अलग-अलग स्तर का होता है. रम, वोदका, व्हिस्की, वाइन, शैंपेन, बीयर को बनाने की प्रक्रिया अलग-अलग होती है. शराब के शौकीन अपनी पसंद के हिसाब से शराब का सेवन करते हैं. ज्यादातर लोग बार किसी भी ब्रांड का इस्तेमाल कर लेते हैं. जो लोग कभी कभार ड्रिंक्स का सेवन करते हैं. पर उन्हें शराब के बारे एन ज्यादा जानकारी नहीं होती है. कुछ लोग किसी भी ब्रांड के शराब का इस्तेमाल कर लते हैं.
क्यों होता है अलग-अलग शराब
रम, वोदका, व्हिस्की, वाइन, शैंपेन, बीयर को बनाने की अलग-अलग प्रक्रिया होती है. इस वजह से सभी का स्वाद और रंग में अंतर होता है.
रम में अल्कोहल की मात्रा काफी ज्यादा होती है. रम का प्रयोग ज्यादातर लोग सर्दी में करते हैं.
- वाइन की डिमांड भी मार्केट में खूब होती है. रम रेड और व्हाइट दोनों रंग में आता है. इसमें 9 से 18 फीसदी तक अल्कोहल मौजूद होता है. इसलिए इसका स्वाद काफी हल्का रहता है. इसके निर्माण के लिए सबसे ज्यादा अंगूर का इस्तेमाल किया जाता है.
- व्हिस्की गेहूं और जौ से तैयार कीये जाने वाला ड्रिंक है. इसमें 30 से 60 फीसदी तक अल्कोहल मौजूद होता है. ज्यादातर पर व्हिस्की में 40 फीसदी अल्कोहल ही होता है.
- गर्मी के दिनों में बियर की डिमांड काफी बढ़ जाती है. इसका असर और स्वाद हल्का होता है. बीयर का निर्माण जौ, चावल और मक्का से बनाई जाती है. इसमें 8 से 12 फीसदी अल्कोहल मौजूद होता है.