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रांची/डेस्क: आज के जमाने में साइबर क्राइम करने वाले साइबर अपराधियों का मनोबल काफी बढ़ा हुआ है. हाल ही बे कुछ साइबर अपराधियों ने तो सुप्रीम कोर्ट तक नहीं छोड़ा था. वह सुप्रीम कोर्ट के आधिकारिक वेबसाइट पर फिशिंग करने की कोशिश कर रहे थे. इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस जारी कर लोगों को 15 फर्जी वेबसाइट के बारे में बताया था और उनसे सावधान रहे को भी कहा था. साइबर अपराधी लोगों को ठगने के लिए कई उपाय अपनाते है. लेकिन इस बार एक ऐसा साइबर फ्रॉड केस का मामला सामने आया है, जिसे सुनने के बाद आपके होश उड़ जाएंगे.
क्या है मामला?
एक विज्ञापन जिसमें लिखा है, 'निसंतान महिलाओं को प्रेग्नेंट करो और लाखों कमाओ' यह इश्तेहार बिहार के नवादा में बीते कुछ दिनों से कई जगहों पर देखा गया था. इस विज्ञापन को देखने के बाद कई लोगों ने उसपर दिए नंबर से संपर्क भी किया था. इसके बाद उन लोगों को बताया गया कि उन्हें निसंतान महिलाओं को प्रेग्नेंट करना है. इसके बाद उन्हें पैसों का लालच देकर बोला गया कि अगर महिला प्रेग्नेंट हो जाती है उन्हें 5 लाख रुपए मिलेंगे. वहीं अगर महिला प्रेग्नेंट नहीं होती है तब उन्हें 50 हजार रुपए तो जरूर मिलेंगे.
कैसे करते थे ठगी?
पैसों की लालच में कई लोगों ने इस काम के लिए हामी भर दी. लेकिन उन्हें इस बात की जरा भी भनक नहीं थी कि उनके साथ आगे क्या होने वाला है. इसके बाद रजिस्ट्रेशन के नाम पर विज्ञापन देने वाले लोगों ने सभी से फीस ठगने लगे. लोगों का रजिस्ट्रेशन फीस देते ही, वह लोग उन्हें ब्लॉक कर देते थे. पुलिस के सामने जब ऐसे कई सारे ठगी के मामले सामने आई, तब उन्होंने इसकी जांच-पड़ताल शुरू कर दी. पुलिस ने जल्द ही इस फ्रॉड गिरोह का पता लगा लिया.
कहां से हुए गिरफ्तार?
नारदीगंज थाना क्षेत्र के कहुआरा गांव में नवादा पुलिस ने छापेमारी कर इस मामले में 3 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. यह साइबर ठग लोगों को ऑल इंडिया प्रेग्नेंट जॉब (बेबी बर्थ सर्विस), प्ले बॉय सर्विस के नाम पर कॉल कर ठगी को अंजाम देते थे. अब पुलिस अपराधियों की गिरफ्तारी के बाद यह पता करने में जुटी है कि इन ठगों ने कितने लोगों से ठगी की थी.
5 लाख रुपए की इनकम
पुलिस ने बताया कि यह साइबर ठग देश के अलग-अलग हिस्से में लोगों को कॉल करके उनसे पूछते थे कि उन्हें जॉब की तलाश है क्या. इसने उनसे कहा जाता था कि उन्हें निसंतान महिलाओं को प्रेग्नेंट करना था. ऐसा करने से उन्हें 5 लाख रुपए मिलेंगे. अगर महिला प्रेग्नेंट नहीं होती है तब भी उन्हें 50 हजार रुपए मिलेंगे. इसके बाद अगर कोई काम करने के लिए मां जाता था. तब उससे रजिस्ट्रेशन के नाम से 500 से 20 हजार रुपए तक रजिस्ट्रेशन फेस के नाम से ठगी कर लेते थे. यह लोग इस चीज़ का विज्ञापन भी कैज्घों पर दते थे.
कौन है वह तीन आरोपी?
पुलिस ने इन साइबर अपराधियों के गिरफ्तार करते वक़्त उनके पास से कुल 6 6 एंड्रॉयड मोबाइल फ़ोन बरामद किया था. जांच के दौरान पुलिस को फोन की गैलरी में व्हाट्सएप फोटो, लेनदेन का ट्रांजेक्शन और ऑडियो भी मिली. गिरफ्तार हुए आरोपियों में भोला कुमार (20), नाम राहुल कुमार (19) और प्रिंस राज उर्फ पंकज कुमार (20) शामिल है. यह सभी साइबर अपराधी नवादा के नारदीगंज थाना क्षेत्र के कहुआरा गांव के ही रहने वाले है. पुलिस फिलहाल आगे की कार्रवाई में जुटी है.