गौरव पाल/न्यूज11 भारत
बहरागोड़ा/डेस्क: बहरागोड़ा के घासपदा गांव स्थित मध्य विद्यालय घासपदा में चाहरदिवारी तथा साइकिल स्टैंड नही होने से छात्र छात्राओं को असुरक्षित माहौल में पठन पाठन करना पड़ रहा है. इस स्कूल में चारदीवारी की कमी से विद्यालय भवन असुरक्षित हो चुकी है. चारदीवारी की कमी होने के कारण शाम ढलते ही असामाजिक तत्वों का अड्डा बन जाता है.
स्कूल में चारदिवारी के लिए कई बार स्थानीय जन प्रतिनिधि तथा विभाग को अवगत कराया गया है: प्रधानाध्यापक
विद्यालय के प्रधान शिक्षक बादल चंद्र गीरि का कहना है कि विद्यालय परिसर की घेराबंदी होने से ही भवन व चापाकल सुरक्षित रहेगा और छात्रों को पानी के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा. बताया गया की भवन की कमी नहीं है परंतु विद्यालय परिसर को सुरक्षित रखने के लिए चारदीवारी की जरूरत है. उन्होंने कहा कि चाहरदीवारी के लिए कई बार विभाग के वरीय अधिकारी को सूचित किया गया है. लेकिन इसका कोई ठोस जबाब नही मिलता है. कई जनप्रतिनिधियों से भी गुहार लगाई गई है. ताकि चाहरदिवारी का निर्माण हो सके. यह स्कूल गोहोलामुडा से ब्रमणकुंडी मुख्य सड़क के किनारे है. रात के समय कभी-कभी लोग शराब पीकर भी खाली बोतल इधर-उधर फेंक देते थे. हालांकि चुनाव होने से कुछ दिन पहले रात में दारु पीना स्कूल के अंदर लोगों ने बंद किया है.
कभी - कभी चापाकल के पास लगे नल भी चोरी हो जाता है. चारदिवारी बन जाने से स्कूल में बागवानी भी अच्छी तरह से हो सकती है. इस स्कूल में कक्षा 1 से लेकर 8 तक के बच्चों की पढ़ाई होती है. इस स्कूल में वर्तमान शिक्षक के रूप में प्रदीप प्रधान, देबसिस सेन,नीताई टुडू, सुप्रिया दत्त शिक्षा देते हैं तथा स्कूल के अध्यक्ष रवि शंकर प्रधान है. बताया गया कि स्कूल में एक पुरानी बिल्डिंग मौजूद है जिसको तोड़ने की जरूरत है. इसी स्कूल में क्लासरूम की कमी के कारण कई सारे क्लास के बच्चों को एक साथ बैठ कर पढ़ना पड़ता है. दो शिक्षकों को कभी इधर कभी उधर ड्यूटी लगा देने से स्कूल में शिक्षक की कमी भी हो जाती है.