गौरव पाल/न्यूज11 भारत
बहरागोड़ा/डेस्क: 21 नवंबर को बहरागोड़ा महाविद्यालय में विश्व दर्शन दिवस का आयोजन दर्शन विभाग की ओर से किया जाएगा. इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कोल्हन विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉक्टर राजेंद्र भारती होंगे. दर्शन दिवस के पूर्व 20 नवंबर को बहरागोड़ा महाविद्यालय में विद्यार्थियों के लिए क्विज एवं साक्षात्कार का आयोजन किया गया. कार्यक्रम के प्रारंभ में प्रभारी प्राचार्य डॉक्टर बालकृष्ण बेहरा ने दर्शनशास्त्र के अध्ययन और उसकी प्रासंगिकता पर विस्तृत प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि दर्शनशास्त्र एक ऐसी विधा है जो भविष्य के खोज का मार्ग प्रशस्त करता है. प्राचीन भारतीय दर्शन काफी प्रतिष्ठित रहा है. विशेष कर बौद्ध दर्शन, जैन दर्शन और आजीवक संप्रदाय के दर्शन पर उन्होंने प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि आधुनिक काल में सुकरात को दर्शनशास्त्र का जनक माना जाता है लेकिन भारतवर्ष में दर्शन पर आदिकाल से कार्य किया जा रहा है. बौद्ध दर्शन ने विश्व को नई दिशा प्रदान की आज भी उसकी लोकप्रियता यथावत है. बौद्ध दर्शन को अंगीकार कर ही महात्मा गांधी ने सत्य और अहिंसा के पद पर चलकर देश को तो आजादी दिलाया ही कई अपराधी ने राष्ट्र को आजादी की लड़ाई के लिए प्रेरित किया. सत्य और अहिंसा का पाठ विश्व को किसी ने अगर पटाया है तो वह भारत है. आज जिस तरह से विश्व में फिर एक बार वर्चस्व की लड़ाई जारी है वैसी स्थिति में भारतीय दर्शन विश्व में शांति स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकती है.
मौके पर 35 विद्यार्थियों ने क्विज प्रतियोगिता में भाग लिया. लिखित परीक्षा में 10 विद्यार्थी चयनित किए गए जिनका पुनर मौखिक परीक्षा लिया गया. चार विद्यार्थी का चयन किया गया. प्रथम स्थान पर रुद्राभिषेक मानना, द्वितीय सुकृति मंडल, तृतीय तूहीना मंडल और चतुर्थ स्थान पर अनूप कुमार सोम रहे. उक्त प्रतियोगिता में चयनित विद्यार्थियों को विश्व दर्शन दिवस के अवसर पर कोल्हन विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ राजेंद्र भारती के हाथों सम्मानित किया जाएगा. इस अवसर पर मौर्य, डॉ पीके चंचल, प्रोफेसर रविदास, प्रोफेसर तिरु, प्रोफेसर राजन और डीके सिंह उपस्थित थे.