न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: प्रयागराज में हो रहे महाकुंभ को लेकर देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है. संगम में साधु-संतों का समागम लगा हुआ है. ऐसे में कई श्रद्धालुओं प्रयागराज में आशा की डुबकी लगाने के बाद काशी में बाबा विश्वनाथ और अयोध्या में श्री राम के दर्शन के लिए भी जा रहे है. इससे इन दोनों जगहों में भी श्रद्धालुओं का भारी आगमान देखने को मिल रहा है. ऐसे में अयोध्या में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए राम मंदिर ट्रस्ट ने रामलला की आरती और दर्शन के समय में महत्वपूर्ण बदलाव किए है. इस बदलाव के बाद अब अधिक से अधिक भक्तों को भगवान के दर्शन का लाभ मिल सकेगा. आइए आपको समय के बदलाव की पूरी जानकारी देते है.
क्या है दर्शन और आरती का नया टाइम?
अयोध्या में श्री राम के मंदिर में अब सुबह 4 बजे मंगला आरती होगी. यह आरती दिन की पहली आरती होगी. मंगला आरती हो जाने के बाद भगवान के पट कुछ समय के लिए बंद कर दिए जाएंगे. इसके बाद सुबह 6 बजे रामलला की श्रृंगार आरती होगी. इस आरती के साथ ही रामलला का मंदिर आम श्रद्धालुओं के लिए खुल जाएगा. इसके बाद दोपहर 12 बजे के समय राजभोग होगा. इस दौरान भगवान को भोग लगाया जाएगा. लेकिन श्रद्धालु इस दौरान भी भगवान के दर्शन कर पाएंगे. इसके बाद शाम 7 बजे के समय संध्या आरती की जाएगी. इस दौरान भगवान के पट 15 मिनट के लिए बंद किए जाएंगे. इसके बाद रात के 10 बजे शयन आरती की जाएगी. शयन आरती के बाद भगवान के पट बंद कर दिए जाएंगे.
दर्शन को लेकर क्या हुए बदलाव?
आपको बता दें कि पहले श्रद्धालुओं के लिए सुबह 7 बजे मंदिर के पट खोले जाते थे. लेकिन अब सुबह 6 बजे ही श्रद्धालु भगवान के दर्शन कर सकेंगे. पहले रात में शयन आरती 9:30 बजे होती थी. लेकिन अब शयन आरती का समय 10 बजे कर दिया गया है. ऐसे में सुबह के समय 1:30 घंटे और रात में समय 30 मिनट का अतिरिक्त समय श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए दिया गया है.
श्रद्धालुओं को मिलेगा बड़ा लाभ
दर्शन के समय में बदलाव को लेकर राम मंदिर ट्रस्ट का यह कहना है कि बदलाव के मुख्य उद्देश्य यह है कि श्रद्धालुओं को अधिक समय तक रामलला के दर्शन का असवर देना. मंदिर प्रशासन ने बढे श्रद्धालुओं को देखते हुए यह निर्णय लिया है. इससे अधिक से अधिक श्रद्धालुओं बिना किसी दिक्कत के भगवान के दर्शन कर सकेंगे. दर्शन के समय में बदलाव के बाद अब श्रद्धालु भगवान के भोग के समय भी दर्शन कर सकेंगे. ऐसे में श्रद्धालुओं को दिनभर रामलला की कृपा प्राप्त होते रहेगी. मंदिर के व्यवस्था को और सुचारू बनाने में यह बदलाव मददगार साबित होगा.