सुरेंद्र कुमार/न्यूज11 भारत
सिसई/डेस्कः- सिसई प्रखंड क्षेत्र के प्रखंड कार्यालय के पास मेन रोड में 28 से ज्यादा यूकेलिप्टस के जिंदा पेड़ को लकड़ी माफियाओं के द्वारा काट दिया गया. प्रखण्ड सिसई में मेन रोड के किनारे लिप्ट्स का पेड़ काटना प्रारम्भ हो चुका है. लेकिन प्रखण्ड सिसई के पेड़ की नीलामी कैसे हुई,ये सब सिसई के ग्रामीणों को कुछ भी जानकारी नहीं है.सिसई में कुल 39 लिप्ट्स पेड़ में से 8 पेड़ काटने की अनुमति मिली थी.जिसकी राशि मात्र दो लाख,रुपए में किया गया है.और नीलामी में मात्र चार व्यक्ति शामिल.जिसमें अधिक बोली,शहबाज अंसारी उर्फ राजा को मिली.नीलामी को लेकर किसी प्रकार की प्रेस विज्ञप्ति नहीं निकाली गई है.इस नीलामी की कारनामे से प्रखण्ड सिसई वासी काफी खपा हैं.ये मनमर्जी कार्य किया जा रहा है.
इस बारे में अंचलाधिकारी से बात करने पर उन्होंने बताया,कि कई ग्रामीणों के द्वारा पेड़ को हटाए जाने के मांग की गई थी.जिसके आधार पर,डीएफओ गुमला को पत्र लिखा गया था और 39 पेड़ काटने की अनुमति मांगी गई थी. लेकिन डीएफओ गुमला के द्वारा आठ पेड़ को काटने का परमिशन दिया गया था. जिसके बाद अंचल कार्यालय के द्वारा डाक कर शाहबाज अंसारी उर्फ राजा को 2 लाख रुपए में आठ पेड़ काटने की अनुमति दी गई. लेकिन सड़क के किनारे एक ओर से 28 से ज्यादा पेड़ काट दिए गए. जिससे घंटो नेशनल हाईवे में आवागमन भी बाधीत रहा.
इस सम्बंध में जब अंचलाधिकारी नितेश खालखो से बात की गई तो उन्होंने कहा,कि अगर 8 से ज्यादा पेड़ काटे जाते हैं, तो काटने वालों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज होगी और उन्हें जेल भेजा जाएगा.हालांकि समाचार लिखे जाने तक पेड़ों की कटाई और ढुलाई लगातार जारी थी. जिसमें प्रशासन की भूमिका भी संदीग्ध मानी जा रही है.
इस संबद्ध में आजसू के प्रखंड अध्यक्ष श्रीकांत गिरी ने कहा,प्रखण्ड सिसई के लिप्ट्स पेड़ की नीलामी से सम्बंधित कुछ भी जानकारी नहीं है.अखबार में भी नहीं देखे हैं. नीलामी करने वाले अधिकारी द्वारा,गिने चुने गलत तरीके से डाक करके,औने -पौने दाम में कई लाखों रुपए बाजार मूल्य के विशाल विशाल पेड़ों को नीलामी की गई.जो की पूरी तरह से प्रशासन के मिली भगत को दर्शाता है और डाक की प्रक्रिया भी गोपनीय तरीके से बिना किसी सूचना के की गई.जो कि सरासर गलत हुई है.जिसका आजसू पार्टी इसका घोर विरोध करती है.एवं सिसई अँचल में अफसर शाही नहीं चलने दी जाएगी.