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रांची/डेस्क: झारखंड राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग, झारखंड सरकार के सदस्यगण रूचि कुजूर, विकास दोदराजका और मिनहाजुल हक ने बच्चों के अधिकारों की रक्षा और उनके संरक्षण हेतु गुमला जिला का निरिक्षण, भ्रमण और संबंधित विभाग के साथ बैठक किया. आयोग के सदस्यों के गुमला जिला में पहुंचते ही सर्वप्रथम परिषद के सभागार में उच्च स्तरीय बैठक किया जिसमे उप विकास आयुक्त दिलेश्वर महतो, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी आरती कुमारी, जिला शिक्षा अधीक्षक नूर आलम खान, पुलिस उप अधीक्षक सुरेश प्र यादव,श्रम अधीक्षक पुनीत मिंज,स्वास्थ्य विभाग के डॉ नागभूषण प्रसाद,अमर कुमार जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी, अध्यक्ष जिला बाल कल्याण समिति कृपा खेस, सदस्य फूलमानी एक्का, जया कुमारी, नेमानती तिग्गा, धनंजय मिश्रा,जे एस एल पी एस जिला कार्यक्रम पदा.शैलेन्द्र जरीका, जे जे बी सदस्य तगरेन पन्ना तिर्की, सुषमा देवी,जिला बाल संरक्षण इकाई के मनीर भुट्टो, रवि प्रकाश,शम्भू सिंह इत्यादि ने भाग लिया.बैठक में बच्चों से संबंधित विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा हुई उपस्थित पदाधिकारी को क्रमवार समीक्षा किया गया, पुलिस उप अधीक्षक ने बच्चों के यौन उत्पीड़न मामलों का ब्यौरा प्रस्तुत किया, आयोग ने अविलंब लंबित मामलों का निष्पादन करने का निर्देश दिया.
उन्होंने कहा कि बच्चों के यौन शोषण से संबंधित मामलों में त्वरित संज्ञान लेकर नियमानुसार कार्यवाही करनी है, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी और जिला बाल कल्याण समिति से समन्वय स्थापित कर बालिकाओं का बरामदगी करें. जे एस एल पी एस से समन्वय कर सुदूर ग्रामीण क्षेत्र में जरूरतमंद को मदद करें. आयोग ने निर्देश दिया कि निजी विद्यालय के सभी गैर शिक्षण कर्मियों का चरित्र सत्यपित किया जाए. जिला में पोक्सो क़ानून का प्रचार प्रसार किया जाय, प्रखंड विकास पदाधिकारी आंगनबाड़ी केंद्र, सेविका सहायिका, सहिया दीदी को सरकार के योजनाओ का प्रशिक्षण दिया जाय. बैठक के बाद आयोग के सदस्य ने बैठक के तुरंत बाद सदर अस्पताल का निरिक्षण किया विशेष कर चिल्ड्रन वार्ड का और समस्याओं का तुरंत निष्पादन हेतु सिविल सर्जन को निर्देशित किया.