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रांची/डेस्क: झारखंड की सत्तारूढ़ पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हुए इसे ‘इंसानियत की हत्या’ करार दिया है. झामुमो के वरिष्ठ नेता विनोद कुमार पांडेय ने एक प्रेस बयान जारी कर कहा कि इस घटना में हिंदू या मुस्लिम नहीं, बल्कि इंसानियत की हत्या हुई है. पहलगाम में जिन पर्यटकों की हत्या की गई है, उनमें सिर्फ हिंदू नहीं बल्कि मुस्लिम ईसाई एवं विभिन्न धर्मों के लोग शामिल हैं. उन्होंने इसे बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और मानवता को शर्मसार करने वाला बताया.
झामुमो नेता विनोद कुमार पांडेय ने कहा कि इस प्रकार के नरसंहार की जितनी भी निंदा की जाए, वह कम है. उन्होंने केंद्र सरकार से इस हमले के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि भारत सरकार को ऐसा कदम उठाना चाहिए जिससे भविष्य में कोई भी आतंकवादी कश्मीर की ओर देखने की हिम्मत न कर सके.
उन्होंने पहलगाम को देश और दुनिया के पर्यटकों के लिए एक सुरक्षित और लोकप्रिय स्थल बताया. साथ ही उन्होंने सवाल उठाया कि जब यह स्थान इतना संवेदनशील और लोकप्रिय है, तब हमले के वक्त वहां केंद्रीय सुरक्षा बलों की अनुपस्थिति पर्यटकों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है.
झामुमो नेता ने कहा कि इस हमले के बाद देशभर में गम और गुस्से का माहौल है. उन्होंने कहा कि सुरक्षा में हुई इस चूक का जवाब धर्म नहीं हो सकता, बल्कि यह एक प्रशासनिक विफलता है. उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देने की मांग की.
विनोद कुमार पांडेय ने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने पुलवामा जैसे घटनाओं से कोई सबक नहीं लिया. अगर सबक लिया गया होता, तो पहलगाम में निर्दोष पर्यटकों का इस तरह से कत्लेआम नहीं होता.
उन्होंने बताया कि हमले के बाद स्थानीय कश्मीरियों – टैक्सी ड्राइवरों, होटल संचालकों और घुड़सवारों – ने पर्यटकों की मदद कर उन्हें सुरक्षित घर पहुंचाने के लिए निःशुल्क व्यवस्था की. वहीं दूसरी ओर दिल्ली से फ्लाइट किराए में भारी वसूली की गई, जिससे लोग आहत हैं.
उन्होंने केंद्र सरकार से पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद के खिलाफ कठोर कदम उठाने और पर्यटकों की सुरक्षा व्यवस्था में हुई चूक के सवालों का जवाब देने की मांग की.