न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: कोलकाता डॉक्टर रेप मर्डर केस में इंसाफ की मांग पूरी होने पर 42 दिन बाद आज जूनियर डॉक्टरों वापस अपने काम पर लौट चुके हैं. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ कई बार बातचीत करने के बाद डॉक्टर्स ने शुक्रवार को अपना प्रदर्शन खत्म करने का फैसला लिया था और यह कहा था कि शनिवार से वह अपने काम पर लौट जाएंगे. इसके बाद आज से सभी जूनियर डॉक्टरों ने अस्पतालों के जरुरी और इमरजेंसी सर्विस में काम करना शुरू कर दिया है पर वह OPD में काम नहीं कर रहे हैं. जिसे लेकर डॉक्टर्स का यह कहना है कि वह आंशिक रूप से काम पर लौटे है इसलिए वह OPD में काम नहीं करेंगे और सिर्फ जरुरी और इमरजेंसी सेवाओं के लिए ही काम करेंगे.
1 हफ्ते का होगा इंतजार
डॉक्टरों का यह कहना है कि ममता बनर्जी ने यह आश्वासन दिया है कि उनकी हर मांग पूरी होगी और जब तक आरोपी को सजा नहीं मिल जाती तब तक हड़ताल खत्म नहीं होगा. RG Kar Medical College and Hospital में ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ हुए हैवानियत के खिलाफ जूनियर डॉक्टरों ने अपना काम बंद कर, प्रदर्शन शुरू कर दिया था.
जूनियर डॉक्टरों ने यह कहा है कि उनकी मांग पर कोलकाता पुलिस कमिश्नर, स्वास्थ्य विभाग के डायरेक्टर और मेडिकल एजुकेशन के डायरेक्टर को उनके पद से हटाया गया हैं. राज्य के Health Secretary को हटाने और अस्पतालों में Threat Culture खत्म करने की मांग अभी भी जारी हैं. अपनी मांगों को पूरा करने के लिए वह सब अगले 7 दिन तक इंतजार करेंगे.