मिट्टी दंश जाना,ठनका गिरना,हथिनी की मौत,तालाब में डूबना,सड़क दुर्घटना रहा सबसे अधिक चर्चित
गौरव पाल/न्यूज 11 भारत
बहरागोड़ा/डेस्क: बहरागोड़ा के खेत में हाथिनी की मौत, रहस्य जनक तरीके से बहरागोड़ा का बेक्ति झाड़ग्राम में मौत, सड़क दुर्घटना में दो युवकों की मौत तथा बिजली गिरने और तालाब में डूब जाने से मौत का घटना रही सर्वाधिक चर्चित. वर्ष 2024 में बहरागोड़ा में कई कांड चर्चित रहे. जिनमें से वनियाकुंदर गांव के महिलाओं ने 10 अप्रैल 2024 को सफेद मिट्टी खोदने की क्रम में मिट्टी दंश जाने पर चार महिलाओं की मौत,पांचरुलिया में बिजली के कारण लगने पर गए तथा महिला की मौके पर ही मौत , सड़क दुर्घटना में मौत तथा तालाब में डूबने से मौत की घटना सर्वाधिक चर्चित रही. खंडा मौदा पंचायत अंतर्गत बनियाकुंदर गांव के महिलाएं आपने घर को रंगाई पुताई के लिए सफेद मिट्टी खुदाई से करने मठिहाना गए थे लेकिन एक कहावत हुआ सच लोग सोचते हैं कुछ और मालिक की मर्जी कुछ और हुआ वही जो मालिक की मर्जी था. मिट्टी खुदाई के दौरान मिट्टी दंश जाने से चार महिलाएं की मौके पर ही मौत हुई थी. इस हादसे में कई सारे महिला बुरी तरह से घायल भी हुए थे.
दूसरी सबसे बड़ी घटना 11 जून 2024 की है. जिसने बरसोल को झकझोर कर रख दिया था. वह है बरसोल के पंचारुलिया में बिजली की करंट लगने के दौरान एक गाए तथा एक महिला की मौके पर ही मौत हो गई थी. खेत में लगे नलकूप को चलाने के लिए बांस के सहारे बिजली का तार ले जाया गया था उसी दौरान गाय को करंट लगने पर उसे बचाने के लिए सुलेखा मुंडा(28) दौड़ पड़ी लेकिन महिला को भी करंट लगने से मौके पर उसकी मौत हो गई थी.
दो युवकों की हुई तालाब में डूबने से मौत:
1 अगस्त 2024 तथा 16 अगस्त 2024 को दोनो बेक्ति की मौत तालाब डूबने के कारण हुई थी.खांडामौदा गांव के गिरीबांध तालाब में बिसन मुंडा (55) ने नहाने के दौरान तलब में डूबने से मौत हुई थी. दूसरी घटना जयपुरा गांव में तालाब में तैरते हुए एक व्यक्ति को लोगों ने देखा था. पुलिसी जांच पड़ताल में पता चला कि पिंटू राणा ने (45) भी नहाने के दौरान तालाब में गिर जाने से उनकी मौत हुई थी. इसके बाद भी एक जंगली हाथिनी की मौत बरसोल में हुई थी तथा ठनका गिरने और सड़क दुर्घटना में कई लोगों की मौत 2024 में हुई थी.
सांड्रा पंचायत के भदुआ गांव में 19 जुलाई 2024 को एक हथिनी की मौत बीमारी से हुई थी. लोगों ने जब सुबह को देखा की एक हथिनी खेत में पड़ी हुई है. उसी दौरान वन विभाग को सूचना देने के बाद सारी जांच पड़ताल करने के बाद हथिनी को गड्ढा खोदकर उसको वहीं पर दफना दिया गया था. उसी दिन 19 जुलाई को ही खांडामौदा गांव के शिक्षक श्यामा पद मोहंती (57) की रगड़ो पुल के पास दर्दनाक सड़क हादसे में मौत हो गई थी. वे बहरागोड़ा के सरस्वती शिशु विद्या मंदिर पर शिक्षक के रूप में कार्यरत थे. 14 जुलाई 2024 को झाझिया गांव के लालमोहन मुंडा (66) खेत में काम करने के दौरान बिजली गिरने से मौके पर उनकी मौत हो गई थी. 29 जुलाई 2024 को जयपुरा में शंकर सुई(39) ने खेत में काम करने के दौरान आसमानी बिजली गिरने पर मौके पर उनकी मौत हो गई थी. यह दोनों घटना पर उनके परिवार को झंकझोर कर रख दिया था.फिर 29 अगस्त 2024 को भालुखखुलिया में धनंजय सिंह के 15 वर्षीय बेटे नंदलाल सिंह को जहरीला सांप काटने के दौरान झाड़ग्राम हॉस्पिटल में जिंदगी की जंग लड़ते हुए मौत हो गई थी. इसके बाद भी कई सारे आत्महत्या तथा सड़क दुर्घटना भी साल 2024 बरसोल में सबसे अधिक चर्चित रहा.