प्रमोद कुमार/न्यूज़11 भारत
लातेहार/डेस्क: जिला परिषद सदस्य संतोषी शेखर द्वारा निजी विद्यालयों में री-एडमिशन, मनमानी फीस बढ़ोतरी और बीपीएल बच्चों को निशुल्क शिक्षा देने के मामले को लगातार जिला परिषद की बैठक में उठाए जाने के बाद, शुक्रवार को बीईईओ कार्यालय में सभी निजी विद्यालयों की एक बैठक आयोजित की गई. बैठक की अध्यक्षता जिला परिषद सदस्य संतोषी शेखर ने की, जबकि इस दौरान जिला परिषद पूर्वी कन्हाई सिंह, बीईईओ नागेंद्र सिंह और निजी विद्यालयों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे.
बैठक में बीईईओ नागेंद्र सिंह ने कहा कि प्रखंड के निजी विद्यालयों में हो रही मनमानी को लेकर जिला परिषद सदस्य ने लगातार आवाज उठाई है, और अभिभावकों से भी इस संबंध में कई शिकायतें प्राप्त हुई हैं. इस पर बीईईओ ने सभी निजी विद्यालयों को सख्त निर्देश दिए कि कोई भी विद्यालय री-एडमिशन या विद्यालय विकास के नाम पर अतिरिक्त फीस नहीं वसूलेगा. साथ ही फीस बढ़ोतरी को अधिकतम 10 प्रतिशत तक सीमित रखा जाएगा, जिसमें जिला समिति की सहमति आवश्यक होगी.बैठक के दौरान यह भी निर्णय लिया गया कि सभी निजी विद्यालयों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने विद्यालय में 25 प्रतिशत बीपीएल परिवार के बच्चों को निशुल्क शिक्षा देंगे, जिसका भुगतान सरकार के माध्यम से किया जाएगा.
जिला परिषद सदस्य संतोषी शेखर ने कहा, "हमारा क्षेत्र गरीब है, और ऐसी स्थिति में निजी विद्यालयों द्वारा शिक्षा के नाम पर लूट की कोई भी कोशिश बर्दाश्त नहीं की जाएगी." उन्होंने यह भी बताया कि अब हमारे प्रखंड में री-एडमिशन की समस्या समाप्त हो गई है, लेकिन अन्य मनमानी गतिविधियों को खत्म करना हमारी collective जिम्मेदारी है.इस बैठक में मनोहर यादव, अशोक यादव, सुनील कुमार सिंह, फिरोज अहमद, सुनील कुमार ठाकुर, सूरज कुमार समेत अन्य निजी विद्यालयों के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे.