प्रमोद कुमार/न्यूज़11 भारत
लातेहार/डेस्क: झारखंड सरकार के खाद्य सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता मामला विभाग द्वारा मुख्यमंत्री नमक वितरण योजना के तहत राशन कार्डधारियों को नमक वितरण किया जाता है. लेकिन बरवाडीह प्रखंड परिसर के पास बने गोदाम में नमक भंडार की हालत देखकर इस योजना में भारी लापरवाही उजागर हुई है. भंडारण के लिए बनाए गए भवन के सामने नमक के बोरों और पैकेटों को कूड़े की तरह फेंका गया है. नमक की लगभग सभी बोरियां फटी हुई हैं, नमक शौचालय के पास और गंदगी के बीच रखा गया है.
ऐसा प्रतीत हो रहा है कि लंबे समय तक सही देखरेख न होने के कारण उक्त नमक खराब हो गए हो. इस हालत में नमक की गुणवत्ता और स्वच्छता पर गंभीर सवाल उठते हैं. यह स्थिति गरीबों की सेहत के प्रति प्रशासन की उदासीनता और लापरवाही को उजागर करती है. जब इस मामले पर प्रभारी ब्लॉक सप्लाई ऑफिसर से सवाल किया गया, तो उन्होंने यह कहकर बात टाल दी कि अभी तक उन्होंने प्रभार नहीं लिया है. उन्होंने सुझाव दिया कि इस मामले में एजीएम से संपर्क किया जाए.
हालांकि, मौजूदा एजीएम लातेहार गए हुए हैं, और नए एजीएम को अभी तक प्रभार नहीं सौंपा गया है. भाजपा महा मंत्री मनोज प्रसाद ने इस मामले पर कड़ी आपत्ति जताई है. उन्होंने प्रशासन की लापरवाही को गरीब जनता की जिंदगी से खिलवाड़ बताया. उन्होंने कहा कि खुले में और गंदगी में रखे गए खराब नमक को गरीबों में वितरित करना न केवल अनुचित है बल्कि उनकी सेहत के लिए भी खतरनाक साबित हो सकता है. यह घटना सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन में खामियों को उजागर करती है. प्रशासन की इस लापरवाही से गरीब जनता का भरोसा टूटता है. नमक जैसी अनिवार्य वस्तु का खराब और गंदगी भरा भंडारण सरकारी योजनाओं की साख को नुकसान पहुंचाता है. स्थानीय लोगों और नेताओं ने प्रशासन से तुरंत हस्तक्षेप करने की मांग की है. उन्होंने खराब नमक को हटाने, दोषियों के खिलाफ कार्रवाई, और नमक के भंडारण और वितरण व्यवस्था को दुरुस्त करने की अपील की है.