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रांची/डेस्क: किसी को अगर खुद पर विश्वास हो जाए तो वह न सिर्फ अपनी professional life में आगे बढ़ता है बल्कि वह व्यक्ति मुश्किल समय में भी नहीं डरता है. आत्मविश्वास यानि confidence एक दिन में नहीं आता है. इसे बूस्ट करने के लिए पहला पड़ाव घर से ही शुरू होता है. अगर माता-पिता बचपन में ही कुछ बातों को ध्यान में रखें तो बच्चे का confidence बढ़ जाता है. बच्चा exam में बढ़िया प्रदर्शन करने से लेकर स्कूल में स्टेज पर परफॉर्म करने तक में डर नहीं महसूस करता है.
अगर किसी बच्चे का confedence low है तो वह हर नई चीज करने में डरेगा. इसके साथ ही ज्यादा लोगों से बातचीत करने में और अपने दोस्तों के सामने अपनी बात रखने में भी कठिनाई महसूस करेगा. आइए जानते हैं कि माता-पिता अपने बच्चे का confidence कैसे मजबूत कर सकते है.
बच्चे का routine सही रखें
सबसे पहले पेरेंट्स को अपने बच्चों का रूटीन सही करना चाहिए. पेरेंट्स को अपने बच्चों का खाने से लेकर सोने और जागने तक के समय का निर्धारण करना चाहिए. इसके साथ ही बच्चों को कितनी देर पढ़ना है, कितनी देर खेलना है, इन सबका भी समय निर्धारित करना चाहिए. ये आदतें बच्चों में धीरे-धीरे डालेंगे तो उसे यह समझने में बहुत आसानी होगी. इससे उसका confidence boost हो जाएगा. इसके साथ ही वह बेहतर तरीके से फोकस भी कर पाएगा.
बच्चे को गोल goal achieve करने में मदद करें
अपने बच्चे के पहले गाइड माता-पिता ही होते है. इसलिए बच्चों को goal सेट करने और उसे achieve करने में मदद करें. अपने goal को जब बच्चा complete करे तो उस moment को celebrate करें. ऐसा करने से बच्चे को और भी अच्छा करने की प्रेरणा मिलेगी. इसके साथ ही उसका confidence भी boost होगा.
फैसले लेने की आजादी दें
कई बार माता-पिता को लगता है कि उनके बच्चे को सही समझ नहीं है. मगर आपको बच्चे का confidence boost करना है तो अपने बच्चे को फैसले लेने की आजादी दें. वहीं उनके फैसले अगर गलत हो जाए तो उन्हें गाइड करें. मगर बच्चे के निर्णय को कभी भी पूरी तरह से न नकारें. इसके साथ ही उन्हें प्यार से समझाएं. अपनी क्षमता को लेकर इस तरह बच्चा कॉन्फिडेंट बनता है.
Physical Activity के लिए प्रोत्साहित करें
मोबाईल स्क्रीन पर आजकल के बच्चे बहुत लंबा वक्त बिताने लगे हैं. इस वजह से बच्चे ज्यादातर घर में ही रहते है. ऐसे में न सिर्फ उनकी फिजिकल हेल्थ पर असर करता है, इसके साथ ही वह भीड़ में खुद को असहज महसूस करते है. Badminton, Cricket, Hockey, Volleyball, Football जैसे आउटडोर गेम्स अपने बच्चे को खेलने के लिए प्रोत्साहित करें.