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रांची/डेस्क: लोगों को बिस्तर पर जाते ही सबसे पहले अपना तकिया याद आता है. सोते वक्त अगर तकिया न हो तो कुछ अधूरा-सा लगता है. लोग नींद अच्छी तरह से लेने के लिए अपना पसंदीदा तकिया तक रखते है. इसके साथ ही उस तकिये को किसी के साथ शेयर करना पसंद नहीं करते है. सोते वक्त सिर के नीचे तकिया लगाने से आपकी गर्दन, कंधों और पीठ को सहारा मिलता है. इससे आप आराम से सो सकते है. मगर तकिया सही नहीं लगा या ज्यादा उंचा हो गया तो सेहत को नुकसान हो सकता है.
कई लोग ऐसे है जिन्हें उंचा तकिया लगाकर सोने की आदत होती है. उनका ये कहना है कि उन्हें नीचा तकिया लगाने से नींद नहीं आती है. आप भी अगर उंचा तकिया लगा कर सोते है तो जान लीजिए आपको इससे क्या-क्या परेशानी हो सकती है.
Cervical का दर्द
आपके शरीर का पोस्चर ऊंचा तकिया लगाने की वजह से प्रभावित हो सकता है. वहीं अगर आप लंबे समय तक ऐसा करते है तो तो आपको सर्वाइकल के दर्द की समस्या हो सकती है. गर्दन से शुरू होकर यह कंधों और हाथ की उंगलियों तक आ जाती है. इस वजह से ज्यादा परेशानी होने लगती है.
पीठ में दर्द की समस्या
रीढ़ की हड्डी को उंचा तकिया से सहारा नहीं मिल पाता है. इस वजह से पीठ में दर्द, कमर के निचले हिस्से की मांसपेशियों में अकड़न जैसी दिक्कतें हो सकती हैं.
सांस लेने में दिक्कत
उंचा तकिया लगाने से सिर काफी ऊपर की तरह होता है और इससे सांस लेने में दिक्कत आ सकती है. इसके साथ ही खर्राटे की समस्या भी होने लगती है. इस कारण सुबह उठने के बाद आपको सिर दर्द और आपका मूड चिड़चिड़ा हो सकता है.
चेहरे की त्वचा को भी होता है नुकसान
उंचा तकिया लगाने के कारण चेहरे पर समय से पहले झुर्रियां हो सकती है. इसके साथ ही चेहरा डल दिखाई दे सकता है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि जब आप उंचा तकिया लगाते हैं तो इससे चेहरे की मांसपेशियों पर दबाव बढ़ता है. इससे सिर की तरफ ब्लड सर्कुलेशन भी कम होता है. इस वजह से आसपास और माथे पर समय से पहले महीन रेखाएं और झुर्रियां होने लगती हैं. वहीं सोने के लिए एक ऐसा तकिया चुनना चाहिए जो वाकई आरामदायक हो. इसके साथ ही आपके सिर के साथ ही गर्दन और कंधों को भी सहारा दे.
Disclaimer: यह आलेख एक्सपर्ट्स की राय के आधार पर लिखी गई है. इस संबंध में उचित सलाहकार से सलाह जरुर लें.