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रांची/डेस्क: यूपी से एक बड़ी खबर निकल के सामने आई है. खबर धर्मांतरण का है. देश में कई जगहों में लगातार धर्म परिवर्तन करवाने का काम तेजी से जारी से. ये खबर यूपी के गाजियाबाद के नंदग्राम थानाक्षेत्र के सेवानगर का है. यहां ईसाई धर्म के मनाने वाले लोग प्रार्थना सभाओं के जरिए हिन्दू समुदाय के लोगों का धर्मांतरण करा रही है. इस बात का खुलासा होने के बाद जांच एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं. पुलिस के अनुसार, ईसाई मिशनरियों द्वारा बीमारी का इलाज, शादी और आर्थिक सहायता का प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन कराया जा रहा था. संभावना जताई जा रही है कि धर्मांतरण करा रहे लोगों को विदेश से फंडिंग की जा रही है. पुलिस इन सभी लोगों के बैंक खातों कि जांच भी करवा रही है. पुलिस के सूत्रों ने बताया कि इन्ग्राहम संस्थान का पीटीआई जेराल्ड मैथ्यूज मैसी और उसके सहयोगी सभी गरीब और जरूरतमंद परिवारों को बीमारी के इलाज, शादी और रोजगार का झांसा देकर फंसाते थे. इसके बाद उन्हें ईसाई धर्म के रीति-रिवाजों के अनुसार प्रार्थना सभाओं में शामिल होने के लिए प्रेरित किया जाता था. वहां, कुछ लोगों को उनकी आवश्यकताओं के अनुसार मदद देकर अन्य लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए प्रोत्साहित किया जाता था.
लगभग 1000 परिवारों का हो चुका है धर्मांतरण: बजरंग दल
इस सब के बीच बजरंग दल के धर्म जागरण प्रकोष्ठ के महानगर संयोजक ने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि यह गिरोह गाजियाबाद सहित आसपास के जिलों में भी सक्रिय है और अब तक हजारों परिवारों का धर्म परिवर्तन करा चुका है. वहीं पुलिस के छानबिन करने पर ये पता चला कि मकान के अंदर ईसाई धर्म की पुस्तकें और प्रचार सामग्री थी. जिसके जरिए ये लोग सभी का धर्म परिवर्तन करवाते थे. वहीं नवीन सिंह के अनुसार, गिरोह ने नंदग्राम थानाक्षेत्र के 11 हिन्दू परिवारों का धर्म परिवर्तन कराया है.
पैसों की लालच में आकर बदल रहे हैं धर्म
पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार, लोगों को पैसों का लालच देकर धर्म, परिवर्तन कराया जा रहा है. उन लोगों को बाइबिल और प्रचार सामग्री भी दी गई थी. धर्मांतरण करा रहे लोग इस सभी प्रक्रिया का एक वीडियो भी बनाते थे, जो वायरल होने के बाद इस मामले की शिकायत की गई थी. जांच से यह भी पता चला कि वहां सामूहिक रूप से धर्म परिवर्तन की साजिश रची जा रही थी और जो लोग धर्म परिवर्तन से इनकार करते थे, उन्हें लाखों रुपये देने का प्रलोभन दिया जाता था. मोदीनगर के शाहजहांपुर गांव में 22 जुलाई 2022 को बड़े पैमाने पर धर्मांतरण कराने का मामला सामने आया था.