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रांची/डेस्क: भगवान भोलेनाथ का प्रिय सावन का महीना अब समाप्त होने वाला है. कल (19 अगस्त) को सावन का आखिरी सोमवार है. इस बार 22 जुलाई से शुरू हुआ सावन माह 19 अगस्त को समाप्त हो जाएगा. पंचांग के अनुसार, सावन पूर्णिमा 19 अगस्त को रात 03 बजकर 44 मिनट पर शुरू होगी और 19 अगस्त को रात 11 बजकर 55 मिनट पर होगा. इसी दिन रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाएगा.
जरूर करें ये उपाय
सावन के पांचवी सोमवार पर भगवान शिव को राखी जरूर अर्पित करें, बता दें कि इसी दिन रक्षाबंधन भी हैं. तो आप ऐसे में रक्षाबंधन के पर्व की शुरुआत भगवान शिव के साथ भगवान कृष्ण को राखी अर्पित करने के साथ कर सकते है. इस दिन शिवलिंग पर 108 बेलपत्र चंदन लगाकर भगवान शिव को अर्पित भी करें. और बेलपत्र के पौधे के पास घी का दीपक भी जलाएं.
महादेव को प्रसन्न करने के लिए ऐसे करें शिवलिंग की पूजा
शास्त्रों में बताया गया है कि सावन के सोमवार के दिन शिवलिंग की पूजा करने से जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं. कल, सावन का अंतिम सोमवार है. ऐसे में महादेव को प्रसन्न करने के लिए भक्तों के पास सिर्फ एक सोमवार बचा हुआ है. आइए जानते हैं सावन के आखिरी सोमवार पर पूजा विधि के बारे में..
शुभ योग में सावन के अंतिम सोमवार के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान व ध्यान करें और साफ कपड़े पहनें. इसके बाद सूर्यदेव को जल दें क्योंकि इस दिन रवि नामक योग का भी निर्माण हो रहा है. इसके बाद पास शुभ मुहूर्त में पास के शिवालय में जाकर शिवलिंग की पूजा-अर्चना करें.
सबसे पहले भगवान शिव का मंत्रों के साथ आह्वान करें. इसके बाद शिव मंदिर में हाथ में चावल लेकर शिवलिंग के सामने हाथ जोड़कर व्रत का संकल्प लें और अपनी गलतियों की क्षमा मांगे. इसके बाद शिवलिंग का पंचामृत से अभिषेक करें और फिर चंदन, अक्षत, फूल, बेलपत्र, शमी के पत्ते, धतूरा, भांग आदि पूजा की चीजें शिवलिंग पर अर्पित करें. पूजा सामग्री अर्पित करने के बाद चंदन का तिलक करें.
शिवलिंग के साथ ही माता पार्वती समेत शिव परिवार की पूजा करें और उनके सामने घी का दीपक जलाएं. इसके बाद शिव मंत्रों का जप करें और शिव चालीसा का पाठ करें. इसके बाद शिवजी की आरती उतारें और फिर प्रदोष काल में भी शिवलिंग की पूजा-अर्चना करें. इसके बाद आप भोजन कर सकते हैं.