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रांची/डेस्क: मंगलवार को ईरान ने इजराइल पर मिसाइलों का हमला कर दिया. IDF के अनुसार करीब 150 से अधिक बैलेस्टिक मिसाइल इजराइल के तरफ छोड़े गए. जिसकी वजह से पूरे देश में अलार्म बजने लगे और नागरिक सुरक्षित जगहों की ओर दौड़ पड़े. हालांकि, इजराइल के रक्षा कवच माने जाने वाली आयरन डोम ने ज्यातर मिसाइल को इंटरसेप्ट कर लिया. वहीं, ईरान की मीडिया में खबर चल रही है कि इस हमले मोसाद का हेडक्वार्टर तबाह हो गया है. ईरान ने इस हमले को गार्ड कमांडर और अन्य नेताओं की हत्याओं का जवाब बताया है. वहीं, इजराइल क प्रेस स्पोक्सपर्सन ने ईरान के खिलाफ बदला लेने की कसम खाई, और मीडिया से कहा कि हम सही समय और स्थान पर कार्रवाई करेंगे. वहीं अमेरिका ने इस हमले की चेतवानी पहले ही दे दी थी. चेतावनी के कुछ घंटों के अंदर ही ईरान ने इजराइल पर 150 से अधिक मिसाइल दाग दिए. हमले के बाद अमरीकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने कहा कि दुनिया को इस घटना की कड़ी निन्दा करनी चाहिए.
इस बीच, ईरानी revolutionary गार्ड्स ने चेतावनी दी कि अगर इजराइल ने मिसाइल हमले का जवाब दिया, तो वे 'कुचलने वाले हमले' करेंगे. इसके पहले, इजराइल की सेना ने इजराइली नागरिकों से सुरक्षित जगहों में शरण लेने को कहा था था. मिसाइलों की फायरिंग तब हुई जब इजराइली सैनिकों ने लेबनान में जमीनी हमले शुरू किए, जो पिछले साल गाजा में लड़ाई के बाद से क्षेत्रीय संघर्ष की सबसे बड़ी वृद्धि थी. अब ईरान का इजराइल पर ये हमला क्या हमे एक बार फिर से विश्व युद्ध के तरफ ले जायेगा. क्योंकि ये बात बिलकुल साफ है कि अमेरिका कुछ भी हो जाए इजरायल के साथ ही खड़ा नजर आएगा. हालांकि, इसका असर सीधा अमेरिका के शेयर बाजार पर दिखा. अमेरिकी शेयर बाजार में मिसाइल हमले के बाद गिरावट देखने को मिली. वैश्विक नेताओं ने इस हमले पर नाराजगी जताई है. हमले के कुछ घंटे बाद ही भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर और अमरीकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन के बीच मुलाकात हुई. वही बता दे कि ईरान-इजराइल युद्ध का असर अब भारत में भी देखने को मिल रहा है. जिसकी वजह से दिल्ली में इजराइली दूतावास की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. दिल्ली पुलिस ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी है.