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रांची/डेस्क: भारत में अमीरों की तादाद और उनकी कमाई दोनों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. हाल ही में सेंट्रम इंस्टीट्यूशनल रिसर्च द्वारा जारी की गई एक रिपोर्ट के अनुसार, देश में 31,800 लोग हर साल 10 करोड़ रुपये या उससे अधिक की कमाई कर रहे हैं. इसके अलावा, 5 करोड़ रुपये सालाना कमाने वालों की संख्या भी 58,200 तक पहुंच गई है.
पिछले पांच सालों में बढ़ी करोड़पतियों की संख्या
रिपोर्ट में बताया गया है कि 2019 से 2024 के बीच करोड़पतियों की संख्या में 63 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. इस दौरान, 10 करोड़ रुपये से अधिक कमाने वालों की कुल नेट वर्थ 121 प्रतिशत बढ़कर 38 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गई है. वहीं, 5 करोड़ रुपये से अधिक कमाने वालों की संख्या में 49 प्रतिशत का इजाफा हुआ है, जिनकी कुल नेट वर्थ 40 लाख करोड़ रुपये हो गई है.
कोरोना महामारी का असर नहीं
यह आंकड़े इस बात का संकेत देते हैं कि भारतीयों की कमाई में वृद्धि लगातार जारी है, यहां तक कि कोरोना महामारी के दौरान भी. रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है कि भारत में हाई नेट वर्थ वाले लोगों की कमाई 2028 तक सालाना लगभग 14 प्रतिशत की दर से बढ़ सकती है, जो 2.2 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच सकती है.
बिजनेस में रुचि बढ़ी
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि केवल 15 प्रतिशत भारतीय अपनी वित्तीय संपत्ति का प्रबंधन पेशेवरों द्वारा कराते हैं, जबकि वैश्विक स्तर पर यह आंकड़ा 75 प्रतिशत है. उच्च नेट वर्थ और अल्ट्रा हाई नेट वर्थ वाले लोगों की कमाई में वृद्धि का एक मुख्य कारण नौकरी के बजाय व्यवसाय में रुचि बढ़ना है.
करोड़पति बनने का मार्ग
करोड़पति बनने के लिए सही रणनीति और निवेश जरूरी है. उदाहरण के तौर पर, यदि कोई व्यक्ति म्यूचुअल फंड एसआईपी में प्रति माह 30,000 रुपये का निवेश करता है और उसे 10 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि मिलती है, तो वह पहले 50 लाख रुपये तक पहुंच सकता है. इसके बाद अगले 50 लाख रुपये प्राप्त करने में केवल 3 साल का समय लगेगा.