न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: स्कूलों में अक्सर बच्चों के गलती करने पर सजा के तौर पर उठक-बैठक या मुर्गा बनाया जाता हैं. लेकिन यहां उल्टा देखने को मिला हैं. वहीं, यह घटना आंध्र प्रदेश के विजयनगरम जिले का हैं. जहां एक सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल ने बच्चों को शिक्षा देने के लिए एक अनोखा तरीका अपनाया.
विजयनगरम जिले के पेंटा गांव के हाईस्कूल के प्रिंसिपल, साहब चिंता रमन्ना, बच्चों के अनुशासन और परिणामों से असंतुष्ट थे. जब वह सुबह मॉर्निंग असेंबली में पहुंचे, तो उन्होंने छात्रों के सामने कान पकड़कर उठक-बैठक करने लगे और कहा कि मैं ही फेल हो गया. उन्होंने बच्चों को नसीहत देने के लिए स्वयं को सजा दी और इससे पहले साष्टांग प्रणाम करते हुए छात्रों से पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने और अनुशासित रहने की अपील की. जिसके बाद से यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है. और इसे लेकर चर्चा का विषय बना हुआ है.
देखें वीडियो-
उन्होंने छात्रों के खराब प्रदर्शन के लिए न केवल खुद को, बल्कि अन्य को भी जिम्मेदार ठहराया. और कहा कि मैं ही फेल हो गया. रमन्ना ने छात्रों के माता-पिता से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों के व्यवहार और अध्ययन पर ध्यान दें, क्योंकि उनके अच्छे भविष्य के लिए माता-पिता की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है.