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रांची/डेस्कः- नीट का मामला अभी पूरे देश में जोरों पर है, इस बात को इनकार तो नहीं कर सकते कोटा जैसे शहरो के कई संस्थान से छात्रों ने अपना परचम लहराया है पर इस वर्ष छोटे मोटे शहरों से भी कई छात्रों ने अपना परचम लहराया है. लखनउ से 35 छात्रों ने 700 से अधिक नंबर लाए हैं. कोलकाता से 27, लातूर से 25, नागपुर से 20, फरीदाबाद से 19, नांदेड़ से 18, इंदौर से 17, कटक और कानपुर से 16. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद एनटीए ने सेंटर व सिटी वाइज मार्क्स ऑनलाइन जारी करने की बात की थी. पहले जहां सिर्फ बड़े शहरो से ही छात्र टॉप किया करते थे वहीं इस साल देश के लगभग 1404 केंद्रों से कुल 2371 छात्रों ने 700 या उससे अधिक नंबर लाए हैं. इस आंकड़ों से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि अब छोटे जगहों से आने वाले छात्र भी बड़े शहरों के छात्रों को पछाड़ रहे हैं.
रैंक के हिसाब से नीट रिजल्ट
रैंक के हिसाब से देखें तो टॉप 100 रैंक वाले छात्र 95 केंद्रों से और 56 शहरों से आते हैं. 101 से लेकर 1000 तक के रैंक वाले छात्र 187 शहरों और 706 केंद्रों से, 1001 से लेकर 10000 रैंक वाले छात्र 431 शहरों के 2959 केंद्रों में, 10001 से 50000 रैंक वाले छात्र 523 शहरों के 4283 केंद्रों से वहीं 50001 से लेकर 110000 तक के रैंक वाले 546 शहरों के 4542 केंद्रों में औऱ 110000 से लेकर 150000 तक के रैंक के छात्र 539 शहरों के 4470 केंद्रों से आते हैं.
पिछला साल नीट परिणाम
पिछले साल के नीट रिजल्ट का मुकाबला इश वर्ष करें तो इस वर्ष का परिणाम काफी अच्छा रहा है. नीट 2023 में 700 से 720 के बीच नंबर लाने वाले कैंडिडेट 116 शहरों के 310 केंद्रों से है. वहीं 650 से 699 के बीच स्कोर वाले छात्र 381 शहर के 2431 केंद्रों से है.