प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: इचाक प्रखंड के अति सुदूरवर्ती डाडीघाघर पंचायत के गरडीह गांव के उमवि में बीस साल बाद मतदान केंद्र बनने से ग्रामीणों में हर्ष का माहौल है. वहीं मतदान केंद्र संख्या 390 के पीठासीन पदाधिकारी के अड़ियल रवैए से मतदाताओं में आक्रोश दिखा. गरडीह के मतदाता पूर्व मुखिया रामेश्वर सिंह, रामसहाय मांझी, दर्शन सिंह, गंगेश्वर मेहता, गुलाम मुस्तफा, मो निजाम, नन्हकू सिंह समेत कई मतदाताओं ने बताया कि गरडीह के मतदान केंद्र पर सिमरातरी, धरधरवा, सालूजाम, गंगादाह के ग्रामीण मतदान करने आते हैं. बीस वर्ष पूर्व उग्रवादियों की चहलकदमी के कारण यहां के मतदान केंद्र को स्थानांतरित कर 7 किमी दूर फूफंदी गांव में कर दिया गया था. तब से ग्रामीणों को अच्छी सड़क नहीं रहने तथा क्षेत्र से उग्रवादियों के पलायन के बाद पुनः गर डीह गांव में मतदान केंद्र स्थापित किया गया. इससे हमलोगों में खुशी है. लेकिन पीठासीन पदा धिकारी के अड़ियल रवैए से कई मतदाताओं को निराशा हुई.