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रांची/डेस्कः- केंद्र सरकार ने शनिवार को युनिफाईड पेंशन स्कीम लांच करने को लेकर एक बड़ा एलान कर दिया है. पहले इसे एनपीएस ओपीएस के रुप में जाना जाता था पर अब वित्त मंत्री ने साफ कह दिया है कि ये एनपीएस से अलग है और बेहतर भी. अगर आपकी सैलरी 50 हजार से अधिक है तो आइए जानते हैं कि कैसे यूपीएस के जरिए एनपीएस से से ज्यादा पेंशन मिल सकता था.
UPS में ये चीजें हैं खास
कैलकुलेशन को समझने के लिए आइए जानते है इनकी कुछ खास बातें. सरकार के द्वारा जारी की गई यूपीएस में ये हैं खास बातें. इस निति में पूरी पेंशन तभी मिलेगी जब कोई कर्मचारी अपनी नौकरी का 25 साल पूरा कर लिया हो. पेंशन की रकम लास्ट 12 महीने की एवरेज बेसिक सेलरी का 50 प्रतिशत होगा. इसके साथ ही यूपीएस में मिनिमम एश्योर्ड पेंशन का भी प्रावधान रखा गया है. इसके साथ ही कम से कम 10 साल की नौकरी करने के बाद दस हजार रुपए महीने का पेंशन हो जाएगा. इस सिस्टम में यूपीएस फैमिली पेंशन कैटेगरी में स्टाफ के मृत्यू में 60 फीसदी तक का रकम परिवार को दिया जाएगा. इसके साथ ही इसमें डीआर भी दिया जाएगा यानी महंगाई भत्ता.
NPS-UPS में अंतर
नेशनल पेंशन स्कीम एंव यूनिफाइड पेंशन स्कीम में बड़ा अंतर है. एनपीएस में कर्मचारी को अपनी सैलरी में 10 फासदी कॉन्ट्रिब्यूशन देता है वहीं सरकार के तरफ से इसमें दिया जाने वाली अंशदान 14 फीसदी होता है. कुल मिलाकर एनपीएस में जमा होने वाली राशि सैलरी के 24 फीसदी के बराबर होता है. वहीं अगर यूपीएस कर्मचारी की बातकरें तो 10 फीसदी कॉन्ट्रिब्यूशन के साथ साथ सरकार के तरफ से 18.5 फीसदी मिलता है. वहीं युपीएस अकाउंट में कुल 28.5 फीसदी पैसा जमा होगा.
यूपीएस में खाते का पूरा फंड सरकार के पास रहेगा, इसके एवज में कर्मचारी को हर 6 महीने में सर्विस पूरा होने के बाद सैलरी का 10 प्रतिशत एक साथ दिया जाएगा. 35 साल के नौकरी में कुल 70 छमाही है. औलत सैलरी को अगर 50,000 लिया जाए तो इसमें हर छमाही के लिए 30,000 रुपया मिलना है. बता दें कि 60 साल पूरा होने पर 21 लाख रुपए एकमुश्त मिलेंगे. सैलरी बढ़ने के साथ ये रकम की भी बढ़ने का प्रावधान है. 35 साल की सर्विस की यदि हम बात करें तो अगर शुरुआत में सैलरी 50,000 है और मान लें कि 12 महिने तक ये बेसिक सैलरी 1 लाख रुपए हो जाती है तो पेंशन राशि 50 हजार रुपए प्रतिमाह से होगी. इसमें यदि 50 प्रतिशत महंगाई राशि जोड़ कर देखा जाए तो इसका पेंशन करीब 1 लाख रुपए हो जाती है, इस हिसाब से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि युपीएस में एनपीएस की तुलना में ज्यादा पेंशन का प्रावधान है.