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रांची/डेस्क: दुनिया भर में युवा लड़कियों के खिलाफ हो रहे हिंसा को लेकर चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए है. ये खुलासा विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी कि WHO की रिपोर्ट में हुई है. रिपोर्ट के अनुसार अपने रिलेशनशिप में 15 से 19 साल की उम्र की हर 4 में एक लड़की शारीरिक या यौन हिंसा का शिकार होती है.
2000 से 2018 के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा किए गए एक अध्ययन में 154 देशों की 15 से 19 साल की हजारों लड़कियों का विश्लेषण किया गया. अध्ययन के प्रमुख लेखक डॉ. लिनमैरी सरदिन्हा ने कहा कि इस बात मैं हैरान हूं कि किशोर लड़कियां इतनी बड़ी संख्या में अपने 20वें जन्मदिन से पहले ही हिंसा का शिकार हो रही हैं. इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि 2018 के बाद के आंकड़ों का अध्ययन किया जा रहा है, मगर इसमें बहुत मामूली गिरावट देखी गई है.
वहीं अध्यन में यह भी पाया कि हिंसा के लेवल का देश में महिलाओं के अधिकारों से गहरा संबंध है. हिंसा की दर वहां सबसे अधिक देखी गई जहां महिलाओं और लड़कियों की शिक्षा और समान उत्तराधिकार कानूनों तक कम या कोई पहुंच नहीं है. वहीं सबसे अधिक महिलाओं और लड़कियों में हिंसा की दर ओशिनिया, अफ्रीका, पापुआ न्यू गिनी और डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो में देखी गई है. इसके साथ ही यूरोप में हिंसा की दर सबसे कम देखी गई. यूरोप में सिर्फ 10 फीसदी किशोर लड़कियों ने हिंसा की घटनाओं की सूचना दी है.
WHO के दिशा-निर्देश
इस मुद्दे पर WHO के यौन और प्रजनन स्वास्थ्य और अनुसंधान विभाग की निदेशक डॉ. पास्कल एलोटे ने कहा कि इस हिंसा से गहरा और स्थायी नुकसान हो सकता है, इसलिए इसे पब्लिक हेल्थ मुद्दे के रूप में अधिक गंभीरता से लिया जाना चाहिए. इसके साथ ही इसमें रोकथाम और टारगेट सपोर्ट पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए.
असुरक्षित रिश्तों से बचने के उपाय
1. अपमानजनक व्यवहार की पहचान किसी भी रिश्ते में करना बहुत महत्वपूर्ण है. ज्यादा कंट्रोल करने वाला व्यवहार, जलन, शारीरिक या मौखिक दुर्व्यवहार और दोस्तों व परिवार से अलगाव इसके संकेत हो सकते है.
2. स्वीकार्य और अस्वीकार्य व्यवहार के बारे में रिश्तों में स्पष्ट और अटल सीमाएं निर्धारित करना बहुत महत्वपूर्ण है. इसके साथ ही रिश्तों की शुरुआत में ही अपनी सीमाओं के बारे में बताएं और उस पर दृढ रहें.
3. एक ऐसा सहायक ग्रुप करीबी दोस्तों का बनाएं, जिनके साथ अपने रिश्ते की परेशानियां आप शेयर कर सकें. ऐसी स्थिति में आपके दोस्त न केवल आपको इमोशनली सपोर्ट करें बल्कि आपको सलाह भी दें. इसके साथ ही आपको अपमानजनक रिश्ते को पहचानने और छोड़ने में भी मदद कर सकें.
4. यदि जरुरी हो तो काउंसलर, चिकित्सक या घरेलू हिंसा और अपमानजनक रिश्तों में विशेषज्ञता रखने वाले संगठनों से पेशेवर मदद लें. वहीं ये भी याद रखें कि मदद मांगने में कभी भी शर्मना नहीं चाहिए. इसके साथ ही किसी अपमानजनक पार्टनर या रिश्ते को अपनी सुरक्षा के लिए छोड़ना सबसे अहम और जरुरी है.