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रांची/डेस्क: भगवान विश्वकर्मा को निर्माण और सृजन का देवता माना जाता है. उन्हें सृष्टि के पहले शिल्पकार, वास्तुकार और इंजीनियर भी कहा जाता है. हर साल विश्वकर्मा पूजा 17 सितंबर को मनाई जाती है. इस साल सूर्य देव 16 सितंबर को शाम 07:50 बजे कन्या राशि में प्रवेश करेंगे, जिसके चलते विश्वकर्मा जयंती 17 सितंबर को मनाई जाएगी.
पूजा का मुहूर्त
इस विशेष दिन पूजा के लिए सुबह 06:07 से दोपहर 01:53 तक का समय शुभ रहेगा. इस समय के दौरान भगवान विश्वकर्मा की पूजा-अर्चना करने से व्यापार में उन्नति हो सकती है.
पूजा के दिन क्या करें और क्या न करें
क्या करें:
- अपने औजारों और मशीनों की पूजा करें, लेकिन उनका उपयोग इस दिन न करें.
- पूजा के दौरान औजारों को साफ करके रखें और भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा के साथ रखें.
- यदि आपके पास वाहन है, तो उसकी भी पूजा करना न भूलें.
- ब्राह्मणों और जरूरतमंदों को दान दें.
- इस दिन तामसिक भोजन और शराब से परहेज करें.
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क्या न करें:
- पूजा के दिन अपने औजारों या मशीनों को किसी अन्य व्यक्ति को प्रयोग के लिए न दें.
- नये यंत्रों का निर्माण इस दिन करने से बचें.