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रांची/डेस्क: नया साल 2025 आने वाला है और इसके साथ ही लोग आने वाले त्योहारों और खगोलीय घटनाओं के बारे में जानने के लिए उत्सुक हैं. खासकर सूर्य और चंद्र ग्रहण जैसी घटनाएं हमेशा लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी रहती हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ग्रहण का असर राशियों और व्यक्ति के जीवन पर पड़ता हैं. आइए जानते है साल 2025 का पहला सूर्य ग्रहण कब और कहां दिखाई देगा.
कब लगेगा पहला सूर्य ग्रहण?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, साल 2025 का पहला सूर्य ग्रहण 29 मार्च 2025 को लगेगा. यह आंशिक सूर्य ग्रहण होगा, जो दोपहर 2:20 बजे से शुरू होकर शाम 6:13 बजे तक चलेगा. हालांकि यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देने वाला हैं. साल का दूसरा सूर्य ग्रहण 21 सितंबर 2025 को लगेगा और यह भी एक आंशिक सूर्य ग्रहण ही होगा.
क्या रहेगा सूतक काल?
ग्रहण के दौरान सूतक काल का विशेष महत्व होता हैं. यह ग्रहण लगने से 12 घंटे पहले शुरू होता है और ग्रहण समाप्त होने के बाद खत्म होता है लेकिन चूंकि 29 मार्च को लगने वाला पहला सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए यहां सूतक काल मान्य नहीं होगा.
किन राशि वालों के लिए शुभ होगा सूर्य ग्रहण?
साल का पहला सूर्य ग्रहण कुछ राशियों के लिए बेहद शुभ साबित हो सकता हैं. ज्योतिषियों के अनुसार, ग्रहण के बाद शनिदेव मीन राशि में प्रवेश करेंगे, जिसका लाभ निम्नलिखित राशियों को मिलेगा:
- मिथुन: प्रमोशन के योग बनेंगे और आर्थिक स्थिति में सुधार होगा.
- तुला: रुके हुए काम बनेंगे और करियर में तरक्की मिलेगी.
- धनु: विदेश यात्रा के अवसर और सेहत में सुधार होगा.
- मीन: नए कार्यों में सफलता और परिवार में सुख-शांति बढ़ेगी.
हालांकि ग्रहण के दौरान खास सावधानियां बरतने की जरूरत होती हैं. इस समय भोजन न करना, धार्मिक कार्यों में संलग्न रहना और मानसिक शांति बनाए रखना अच्छा माना जाता हैचूंकि यह ग्रहण भारत में मान्य नहीं होगा, इसलिए इन नियमों का पालन आवश्यक नहीं हैं. 2025 का पहला सूर्य ग्रहण खगोलीय दृष्टि से महत्वपूर्ण रहेगा और ज्योतिषीय प्रभावों के कारण चर्चा में रहेगा.