झारखंड » हजारीबागPosted at: जनवरी 09, 2025 हजारीबाग नगर निगम में खरीदी गई दो करोड़ का विंड हार्वेस्टिंग मशीन बन गयी सफेद हाथी
रस्सी से बांधकर झील में है खड़ा, बन गयी है शोभा की वस्तु, नहीं हो रही झील की सफाई
प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: झील समेत बड़े तालाब की साफ सफाई के लिए नगर निगम ने लगभग 2 करोड रुपए की लागत से विड हार्वेस्टिंग मशीन की खरीदारी 2022 में की थी, लेकिन अब यह मशीन सफेद हाथी का दांत साबित हो रहा है. विड हार्वेस्टिंग मशीन तालाब में ही शोभा का वस्तु बन गया है. छठ पूजा के दौरान मशीन बनवाया भी गया था, कुछ ही दिनों में फिर खराब हो गया. आलम यह है की रस्सी से बांधकर उसे रखा गया है. 2022 में विड हार्वेस्टिंग मशीन की खरीदारी लगभग दो करोड रुपये की गयी थी. इसका उपयोग नहीं हो रहा है. आलम यह है कि झील जलकुंभी से भर गया है. इसे देखने वाला भी कोई नहीं है. छठ पूजा के दौरान विड हार्वेस्टिंग मशीन बनवाया गया था. मुंबई से इंजीनियर पहुंचे थे लेकिन कुछ ही दिन चलने के बाद यह मशीन फिर से खराब हो गया है. अब इसे रस्सी से बांधकर झील में रखा गया है. कहा जाये तो करोड़ों रुपये के मशीन को रस्सी का सहारा लेना पड़ा है. नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त भी कहते हैं कि कुछ दिन पहले बनवाया गया था फिर खराब हो गया है, बनाने की कवायत चल रही है.
तत्कालीन उप विकास आयुक्त प्रेरणा दीक्षित के कार्यकाल में खरीदा गया था. झील में ही रस्सी से बांधकर रखा गया है. अगर यह मशीन काम करता तो झील समेत गई जल स्त्रोत साफ रहता. स्थानीय लोग भी कहते हैं कि आम जनता अपनी गाढ़ी कमाई से टैक्स देता है. टैक्स के पैसे से ही उपकरण की खरीदारी होती है. हाय रे किस्मत पैसे की होली नगर निगम खेल रही है. तात्कालिक नगर आयुक्त सह उप विकास आयुक्त प्रेरणा दीक्षित ने 15वें वित्त आयोग अंतर्गत जेम पोर्टल के माध्यम से क्लिंटेक कंपनी की यह मशीन खरीदी गई थी. करोड़ों रुपया का मशीन अब शहर में चर्चा का विषय बनकर रह गया है. फ्लोटिंग वीड हार्वेस्टर मशीन का प्रयोग जम्मू कश्मीर के सुप्रसिद्ध डल झील, हैदराबाद के हुसैना बांध, गोरखपुर के रामगढ़ झील की सफाई के लिए होते आ रही है.