गौरव पाल/न्यूज11 भारत
बहरागोड़ा/डेस्क: बहरागोड़ा के जयपूरा,खांडामौदा,मानुषमुड़िया,कुमारडूबि,जगन्नाथपुर,बनकांटा,शासन,चौरंगी आदि गांव में दशहरा के दिन क्षेत्र में मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के पूर्व महिलाओं ने अखंड सौभाग्य के लिए शनिवार की दोपहर सिंदूर खेल का आयोजन किया. सुहागन महिलाओं में मां दुर्गा की प्रतिमा के साथ-साथ लक्ष्मी सरस्वती तथा गणेश एवं कार्तिकेय की मूर्ति की पूजा अर्चना कर मिष्ठान पान आदि खिलाकर मां की प्रतिमा पर सिंदूर लगाया. आपस में महिलाएं एक दूसरे को सिंदूर लगाकर जमकर सिंदूर खेल खेला."आसचे बोसोर अबार होवे" गाना के साथ मा को बिदाई दिया गया।इस संबंध में महिलाओ ने बताया कि सिंदूर खेला से पति की दीर्घायु होती है एवं अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है. साथ ही पुत्र-पौत्र आदि संतान परंपरा की दीर्घायु एवं सुख समृद्धि बनी रहेगी. इसकी कामना मां दुर्गा से की गई. उसके बाद शाम को शोभा यात्रा निकालकर प्रतिमा विसर्जन की गई.
जयपुरा गांव में पाल परिवार 200 वर्षों से करते आ रहे है दुर्गा पूजा:
जयपुरा गांव में पाल परिवार 208 वर्षों से दुर्गापूजा कर रहा है. इस बार धूमधाम से दुर्गा पूजा मनाई जा रही है.यहां मंदिर का निर्माण किया गया है. वर्ष 1815 से पाल परिवार पूजा कर रहा है. पाल परिवार में 200 साल पुराना 50 रुपये में खरीदे गये कई हथियार घरों में रखे हुए हैं. इस दौरान आस पास के 36 मौजा के ग्रामीण पूजा कर पुष्पांजलि अर्पित की. शाम को स्थानीय कीर्तन मंडली ने कीर्तन प्रस्तुत किया.बताया गया कि 1817 में पाल परिवार के वंशज ताल की पत्ते पर लिखे मंत्र को जपते हुए दुर्गा पूजा करते थे. उसी परंपरा को बचाए रखते हुए आज भी वही ताल के पत्तों की पूजा मा दुर्गा के साथ कि जाति है.मौके पर तापस पाल ,रूप कुमार पाल, दीपक पाल ,दिनेश पाल ,शांतनु पाल, मणिशंकर पाल, मृत्युंजय पाल, अमृत पाल, चैताली पाल ,पायल पाल, निरुपमा पाल ,कुहेलिका पाल, शेफाली पाल आदि उपस्थित थे.