अरुण कुमार यादव/न्यूज़11 भारत
गढ़वा/डेस्क:- गढ़वा जिले का 19 वां थाना बना बड़गड़ ,सुबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इसका आनलाइन शुभारम्भ किया. गढ़वा जिले के मेराल प्रखंड अन्तर्गत दुलदुलवा पंचायत में आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वारा कार्यक्रम में शामिल होने मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत शिविर में शामिल हुए. तथा वहीं से उन्होंने नव सृजित बड़गड़ थाने का शुभारम्भ किया. इस मौके पर गढ़वा विधायक सह पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथलेश ठाकुर, लातेहार विधायक रामचंद्र सिंह उपस्थित थे.बड़गड़ थाने के उद्घाटन के अवसर पर प्रखंड क्षेत्र के काफी संख्या में ग्रामीणों ने हिस्सा लिया सर्वप्रथम पूरे विधि विधान के साथ थाने में पूजा अर्चना की गई तत्पश्चात हेमंत सोरेन के लाइव टेलीकास्ट को देखने के लिये व्यवस्था कि गई थी. ऑनलाइन उद्घाटन का कार्यक्रम एलइडी टीवी के माध्यम से ग्रामीणों को दिखलाया गया. उद्घाटन के मौके पर प्रसाद का भी वितरण किया गया साथ ही आगत सभी अतिथियों को जलपान कराया गया.
नवसृजित थाना बड़गड़ के प्रथम थानेदार बने दीपक कुमार मौर्य. बड़गड़ थाने में थाने के शुभारम्भ के साथ ही नये थाना प्रभारी के रुप मे दीपक कुमार मौर्य ने योगदान दिया. इससे पहले वह गढ़वा थाने में एसआई के पद पर कार्यरत थे. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आमजन बेहिचक अपनी समस्या को ले कर थाने में आयें उनकी समस्या को दुर किया जायेगा साथ ही उन्हें न्याय दिलाया जायेगा. उन्होंने कहा कि प्रखंड क्षेत्र को अपराध मुक्त भय मुक्त कारण उनकी पहली प्राथमिकता होगी. इस दिशा में आम जनों के सहयोग से शांति स्थापित किया जाएगा.
सन 2009 में बड़गड़ में कि गई थी पुलिस पिकेट कि स्थापना:- 1990 के दशक के बाद से ही बड़गड़ नक्सलियों के गिरफ्त में आ गया था तब यहां माओवादियों कि समानांतर सरकार चलाती थी. नक्सली दिन में ही यहां खुलेआम विचरण करते थे . भण्डारिया थाना कि पुलिस भी यहां कभी कभार पहुंच पाती थी. कालांतर में नक्सलियों का दबदबा यहां काफी बढ़ गई.सन 2006 में नक्सलियों के द्वारा सालो जंगल में बिछाए गए बारूदी सुरंग के चपेट में आने से डीएसपी अमलेश कुमार सहित चार पुलिस कर्मी शहीद हो गए थे. बाद में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गढ़वा पुलिस द्वारा 2009 में बड़गड़ में पुलिस पिकेट कि स्थापना कि गई. पिकेट कि स्थापना में भंडरिया के तत्कालीन थानाप्रभारी अमरनाथ ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. बाद में 21 जनवरी 2012 में घटित एक और बड़ी नक्सली घटना जिसमें भण्डारिया के तत्कालीन थानाप्रभारी राजबली चौधरी सहित 14 पुलिस कर्मी नक्सलियों द्वारा बिछाए गए बारूदी सुरंग के चपेट में आने से शहीद हो गये थे. उस घटना के बाद पिकेट को अपग्रेड करते हुए ओपी का दर्जा देते हुए सीआरपीएफ 172 बटालियन को यहां स्थापित किया गया था. कालांतर में फिर पुलिस ओपी को रिमोट कर पुलिस पिकेट बना दिया गया. यहां बता दें कि बड़गड़ प्रखंड क्षेत्र के ग्रामीण एक लंबे अरसे से बड़गड़ पुलिस पिकेट को थाना बनाने कि मांग करते आ रहे थे . विगत 06 अगस्त को हुई केबिनेट कि बैठक में हेमंत सोरेन कि सरकार ने बड़गड़ को थाना बनाने कि अधिसूचना जारी कर दी. जिसका आज उद्घाटन किया गया. बड़गड़ को थाना बनाने से यहां के ग्रामीणों में हर्ष व्याप्त है.
बड़गड़ थाने के सीमांकन में यहां के चार पंचायत बड़गड़ सदर सहित परसवार, टेहरी, मदगडी़ च पंचायत के समस्त गांवों के नाम शामिल हैं. गुरुवार बड़गड़ थाने के उद्घाटन के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में उपरोक्त लोगों के अलावे बीडीओ अमित कुमार पासवान, भंडरिया अंचलाधिकारी राकेश भुषण सिंह,एसआई विजय शंकर राय, नवपदस्थ पुलिस अवर निरीक्षक,राम सिंह गागराई ,सअनि योगेन्द्र उरांव,सअनि प्रभु प्रसाद मेहता , जेएमएम के जेपी मिंज, कांग्रेस अध्यक्ष सोमा टोप्पो विधायक प्रतिनिधि ओमप्रकाश, संदीप गुप्ता, राधेश्याम जायसवाल , मुखिया जंगलपति लकडा़, दिनेश लकड़ा, अर्जुन मिंज, संदीप मिंज, अशोक यादव, रमेश सोनी,नेपाल प्रसाद,बालदेव टोप्पो,नुरुल हक, कौशर आलम, भोला चंद्रवंशी आदि सहित काफी संख्या थाना क्षेत्र के लोग उपस्थित थे.