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गढ़वा/डेस्क: गढ़वा के भाजपा नेता विवेकानंद तिवारी ने पूर्व विधायक सह पूर्व मंत्री मिथिलेश ठाकुर पर निशाना साधते हुए कहा की फर्जी एक्सपीरियंस सर्टिफिकेट बनाकर अच्छे और अनुभवी संवेदक के जगह पर अपने चहते बिहार के एवं अन्य कई राज्य के अलावे यहां के भी कई अनुभवहीन संवेदक के माध्यम से टेंडर मैनेज कर ऊंचे और शेड्यूल रेट पर काम दिलाकर और अपने भाई को पार्टनरशिप में उपयोग कर आनन फानन में रैयत के जमीन का बिना अधिग्रहण हुए बा जबरदस्ती काम कर गरीब के हक मारने का काम पिछले 5 वर्षों से लगातार किया जाता रहा है. अभी हाल ही के संपन्न चुनाव में जनता ने उन्हें सबक सिखा दिया जो यहां के आम लोगों को चाईबासा का समझकर साड़ी, घड़ी, बिंदिया, शराब, अलता और पैसा बहुत बांटे किंतु सब बेअसर रहा. हम लोगों ने वर्तमान विधायक से आग्रह किया है कि चाहे ब्लॉक हो या अंचल, जहां सिर्फ भ्रष्टाचार का बोलबाला रहा, इस 5 वर्ष के पाप को धोने के लिए हम लोगों ने विधायक को सभी विभागों की समीक्षा करने का आग्रह किया है और दूरभाष पर ही लोकप्रिय विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी ने कहा है कि मैं सभी विभागों का समीक्षा करूंगा. चाहे अंचल हो या ब्लॉक हो, जहां पर अबुआ आवास में भारी अनियमितता हुआ है, कई पंचायत में तो पक्का स्कीम कुआं का निर्माण ही नहीं हुआ और पूरा पैसा निकालकर वेंडर के माध्यम से मंत्री जी के चहेते लोग डकार गए. एल पी सी के नाम पर अंचल अधिकारी भारी शोषण और दोहन करने का काम किए हैं. भू माफिया पूरी तरह हावी रहे हैं.
उन सभी विभागों की समीक्षा कराकर कठोरता से कार्रवाई करने का मांग करेंगे. सुनने में तो यहां तक आता है कि पूर्व मंत्री के कार्यकर्ता जो उनके काफी चहेते हैं और पूरा ईमानदारी से घूस का कमीशन पूर्व मंत्री के घर तक पहुंचाते हैं, उन्हें वेंडर बनाकर उनके खाते में मनरेगा कानून के बियोंड जाकर एक-एक वेंडर के खाता में 10-10 करोड़ रूपया तक डाला गया है, यह सब जांच का विषय हैव जांच कर सभी लोगों को दंडित करवाने का काम पूर्व विधायक के माध्यम से कराया जाएगा. कई भ्रष्ट पदाधिकारी, कई भ्रष्ट इंजीनियर जो 2 वर्षों के अंदर ही फिर अपना पदस्थापन गढ़वा में करा लिए ताकि गढ़वा को लूटने में आसानी हो, सुविधा हो, वैसे भ्रष्ट पदाधिकारी के संपत्ति की जांच के लिए आयकर विभाग, एसीबी, सीबीआई, गृह मंत्रालय भारत सरकार को लिखवाऊंगा ताकि उनके द्वारा अधिक रिश्वत देकर पूर्व मंत्री के द्वारा हेवी घूस देकर फिर से गढ़वा में पदस्थापन आउट ऑफ़ टर्न कराकर और बेतहाशा लुटकर अवैध संपत्ति अर्जित किए हैं, उनको नहीं बक्शा जायेगा. सबको पता है कि मंत्री जी जेल जाने वाले हैं.
मंत्री जी ने 5000 करोड़ रूपया का जल जीवन मिशन में घोटाला किया है. इनके भाई को इडी का नोटिस भी आया है, वह तो जेल जाएंगे लेकिन बेईमान पदाधिकारी भी नहीं बचेंगे. चुकी सत्येंद्र तिवारी कभी भी भ्रष्ट और बेईमान लोगों को नहीं बक्सते हैं. पूर्व में भी कई भ्रष्ट पदाधिकारी जेल की हवा खा चुके हैं. कई लोगों का डीमोशन कराने का काम विधायक ने किया था और जहां तक रहा विकास का बात, 5 वर्षों में मंत्री जी गढ़वा का सत्यानाश कर दिए. इतना विनाश कर दिए कि इसको फिर से पटरी पर लाने में विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी को लगता है कम से कम 10 साल लगेगा. इन सभी तरह के मामले को मजबूती के साथ विधानसभा में भी उठाने का काम हम लोग विधायक सत्येंद्र तिवारी के माध्यम से कराने का काम सुनिश्चित करेंगे. सभी जाली कागजात पर काम लेने वाले और भ्रष्ट पदाधिकारी के संपत्ति की जांच हर हाल में सुनिश्चित करेंगे और नियम संगत कठोरतम दंड दिलाने का प्रयास किया जाएगा.