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बगोदर/डेस्क: नाइजर में सशस्त्र अपराधियों द्वारा अपहृत बगोदर के पांच मजदूरों की अविलंब रिहाई के लिए भाकपा माले ने केंद्र सरकार से तत्काल और ठोस कदम उठाने की मांग की है. इस संबंध में भाकपा माले प्रखंड सचिव परमेश्वर महतो और इंकलाबी नौजवान सभा के प्रदेश अध्यक्ष संदीप जायसवाल ने सोमवार को माले कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में कही.
नेताओं ने कहा कि बगोदर प्रखंड के दोन्दलो पंचायत के चार और मुंडरो पंचायत के एक मजदूर नाइजर में कैपिटिएल कंपनी की ट्रांसमिशन लाइन परियोजना में काम कर रहे थे, जहां उन्हें सशस्त्र अपराधियों ने अगवा कर लिया. उन्होंने आरोप लगाया कि कंपनियों ने प्रवासी मजदूरों की सुरक्षा के लिए कोई ठोस उपाय नहीं किए हैं और ऐसे में मजदूरों को विदेशों में असुरक्षित छोड़ा जा रहा है.
भाकपा माले नेताओं ने कहा कि झारखंड सरकार के प्रयास तो सीमित हैं, लेकिन केंद्र सरकार की स्थिति इस मामले में पूरी तरह से उदासीन और निष्क्रिय है. उन्होंने केंद्र से मांग की कि वह तत्काल एक विशेष टास्क फोर्स का गठन कर पांचों मजदूरों की रिहाई सुनिश्चित करे और इस मामले में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कंपनियों से समझौते किए जाएं. साथ ही प्रवासी मजदूरों के हितों की रक्षा के लिए एक ठोस और प्रभावी कानून बनाए जाने की जरूरत है.
नेताओं ने यह भी याद दिलाया कि अफगानिस्तान में अपहृत बगोदर के चार मजदूरों की रिहाई के लिए भाकपा माले ने लगातार संघर्ष किया था, जिसके बाद उनकी सकुशल वापसी सुनिश्चित हो पाई थी. अब, नाइजर में अपहृत सभी मजदूरों की रिहाई के लिए भी भाकपा माले संघर्ष जारी रखेगी और इसके लिए सड़क से लेकर सदन तक जोरदार आंदोलन करेगी.