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सिमडेगा/डेस्क: जिले भर के अस्पतालों में गुरुवार को परिवार स्वास्थ्य मेला शुरु हुआ. मौके पर छोटा परिवार सुखी परिवार के स्लोगन को अपनाने की जिलेवासियों से अपील की गई. सिमडेगा सदर अस्पताल परिसर में मेला का शुभारंभ जिप अध्यक्ष रोस प्रतिमा सोरेंग ने दीप जलाकर किया. उन्होंने कहा कि खुशहाल जिंदगी जीने के लिए छोटा परिवार होना जरूरी है. उन्होंने कहा कि लोग जागरूक होंगे तभी पखवाड़ा का उदेश्य पूरा होगा. उन्होंने कहा कि सरकार जनसंख्या नियंत्रण के लिए कई कार्यक्रम का संचालन कर रही है. ग्रामीण कार्यक्रमों का लाभ लें. मौके पर लोगों को पुरुष नसबंदी और महिला बंध्याकरण कराने के प्रति जागरुक किया.
मौके पर सीएस डा अजीत खलखो, डीएस डॉ राजेश कुमार ने भी अपने अपने विचार व्यक्त करते हुए जनसंख्या स्थिरता पर जोर दिया. सिविल सर्जन डॉ अजीत खलखो ने कहा कि स्वास्थ्य मेला पखवाड़ा का उद्देश्य परिवार नियोजन को बढ़ावा देने के साथ-साथ मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाना है. बताया कि इस स्वास्थ्य मेला पखवाड़े में महिला बंध्याकरण, पुरुष नसबंदी, कॉपर टी, पीटीआईयूसीडी के लक्ष्य के साथ कंडोम, ओरल पिल्स , अंतरा इंजेक्शन का उपयोग कर छोटा परिवार के लिए लोगों को जागरूक करना है. इन उपायों को अपनाकर जहां परिवार को छोटा किया जा सकता है वहीं परिवार में जन्म लिए बच्चों की बेहतर परवरिश की जा सकती है. कार्यक्रम के बाद जागरूकता के लिए अतिथियों के द्वारा सारथी रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया.
कोलेबिरा सीएचसी में भी किया गया परिवार स्वास्थ्य मेला का आयोजन
विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर बृहस्पतिवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोलेबिरा में परिवार स्वास्थ्य मेला का आयोजन किया गया. बतौर अतिथि प्रखंड विकास पदाधिकारी वीरेंद्र किड़ो प्रखंड प्रमुख दुतामि हेमरोम, ग्राम पंचायत मुखिया अंजना लकड़ा हंस फाउंडेशन के प्रतिनिधि व सीएचसी प्रभारी डा. केके शर्मा ने संयुक्त रूप दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया. मौके पर मुख्य अतिथी प्रखंड प्रमुख दुतामी हेंब्रोम ने कहा कि बेहतर सार्थक कल के सपने को साकार करने के लिए परिवार का छोटा होना आवश्यक है. बढ़ती मंहगाई के बीच बच्चों के बेहतर पालन-पोषण व शिक्षा के साथ समग्र विकास के लिए परिवार नियोजन जरूरी है.
सीएचसी प्रभारी डॉ. केके शर्मा ने ने बताया कि बंध्याकरण कराने वाली महिला को 2000 हजार तथा उत्प्रेरक को तीन सौ रुपये, नसबंदी कराने वाले पुरुष को तीन हजार तथा उत्प्रेरक को चार सौ रुपये दिए जाते हैं. इसके अलावा पीपीआईयूसीडी के लाभार्थी को 300 रुपये व अंतरा सुई लगवाने वाले लाभार्थी को ₹100 प्रोत्साहन राशि दी जाती है.
कार्यक्रम के के पश्चात सभी स्वास्थ्य कर्मियों एवं सहियाओं के द्वारा परिवार नियोजन जागरूकता रैली सह प्रभात फेरी का आयोजन किया गया साथ ही अतिथियों के द्वारा सारथी रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया.वही जागरूकता रैली कोलेबिरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से शुरू होकर विभिन्न चौक चौराहा से होते हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर समाप्त हुई. रैली के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने लोगों को परिवार नियोजन के प्रति जागरूक किया.