हजारीबाग शहर में रूम लेकर कर रही थी पढ़ाई, अफीम का सेवन करते करते तस्करी के धंधे में हो गई थी शामिल
प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: पैसे के लालच में बड़कागांव प्रखंड के ओखनी तेली टोला की रहने वाली शांति कुमारी नामक स्नातक की छात्रा अफीम तस्कर बन गई. वह भी छोटा मोटा नहीं बल्कि अफीम की बड़ी बड़ी डील करने वाली तस्कर. पैसे कमाने का लालच ने शांति को अन्य राज्यों में भी अफीम तस्करी के धंधे में लगा दिया. शांति नामक यह छात्रा शुक्रवार को यूपी के बरेली पुलिस के हत्थे चढ़ गई. बरेली पुलिस ने हजारीबाग पुलिस से संपर्क कर कुख्यात अफीम तस्कर शांति के पकड़े जाने की सूचना देते हुए उसके द्वारा दिए गए नाम और पते का सत्यापन मांगा है. शांति देवी ने बरेली पुलिस को जो जानकारी दी है.
उसके मुताबिक वह विवाहित है और उसके पति का नाम चंदन सिंह हैं. वह बीए की पढ़ाई के नाम पर बड़कागांव से शहर आकर किराए का रूम लेकर रहती थी तथा यही वह अफीम का सेवन करने लगी, धीरे धीरे वह अफीम तस्करों के सिंडीकेट में शामिल होकर यूपी सहित अन्य प्रदेशों में अफीम की सप्लाई करने लगी. उसके घर के लोगों को नहीं मालूम की वह अफीम की तस्करी करती है और इस धंधे के सिलसिले में वह कई कई दिनों तक हजारीबाग शहर से बाहर निकल अन्य प्रदेश में कई कई दिन अफीम तस्करों के साथ बाहर रहती. यूपी पुलिस ने उसके पास से 7 किलो अफीम और पांच हजार रुपए भी बरामद किया है.
उसके पास से जब्त मोबाइल में कई कुख्यात अफीम तस्करों के नंबर भी मिले हैं. पुलिस को दिए बयान में शांति ने कबूल किया है कि वह चुरचू के राजू मांझी से अफीम खरीदकर इसकी तस्करी करती है. वह एक लाख पांच हजार का भुगतान कर बरामद अफीम खरीदकर लाई थी. उसने इस अफीम को बरेली के राहुल नामक तस्कर के साथ डेढ़ लाख रुपए प्रति किलो की डिलिंग की थी, मगर बेचने से पहले ही वह पुलिस द्वारा पकड़ ली गई.