प्रशांत शर्मा/न्यूज़11भारत
हजारीबाग/डेस्क: बड़कागांव थाना क्षेत्र के खरांटी गांव में स्थित प्रभा एनर्जी के नवनिर्मित गैस प्लांट के साईट से 45 लाख रुपये मूल्य के लोहे के पाइपों की चोरी का मामला सामने आया है. यह चोरी 16 और 17 अगस्त 2024 की रात्रि को अज्ञात व्यक्तियों द्वारा की गई थी. चोरी की सूचना कप्पनी के द्वारा 18 अगस्त 2024 को दी गई, जिसके आधार पर बड़कागांव थाना में काण्ड संख्या-218/24, दिनांक-18.08.2024, धारा-303 (2) B-N-S के तहत मामला दर्ज किया गया.
चोरी की इस वारदात के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तकनीकी साक्ष्यों और गुप्त सूचनाओं के आधार पर दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गिरफ्तार अभियुक्तों में बासुदेव यादव उर्फ बासु (पिता: अन्दु यादव), निवासी: खरांटी, थाना: बड़कागांव, जिला: हजारीबाग. वकील अहमद उर्फ मुन्ना (पिता: स्व. साकीर अहमद), निवासी: चौपदार बलिया, थाना: बड़कागांव, जिला: हजारीबाग.
पुलिस ने दोनों आरोपियों को विधिवत गिरफ्तार किया. गिरफ्तार अभियुक्त बासुदेव यादव की निशानदेही पर चोरी किए गए सामानों को बेचे जाने से प्राप्त कुल 50,000 रुपये की नकद राशि बरामद की गई. यह राशि अभियुक्त के दुकान के छज्जे में काले प्लास्टिक में छुपा कर रखी गई थी.
चोरी की वारदात को अंजाम देने के बाद अभियुक्तों ने चोरी किए गए लोहे के पाइप को बेच दिया था. इस मामले में बरामद की गई रकम की जब्ती ने पुलिस की तफ्तीश को और भी सशक्त किया. पुलिस ने दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है, जहां उनसे आगे की पूछताछ की जाएगी.
चोरी किए गए लोहे के पाइपों की बिक्री से प्राप्त 50,000 रुपये नकद बरामद किया गया. इस कार्रवाई में शामिल पुलिस दल ने बड़ी ही सतर्कता और समझदारी से कार्य किया. छापामारी दल में अवर निरीक्षक वरुण कुमार, अभिषेक कुमार, आशीष कुमार भगत, अमित कुमारऔर सशस्त्र बल बड़कागांव थाना रिजर्व गार्ड शमिल थे.
यह घटना एक बड़े औद्योगिक परियोजना के सुरक्षा पर सवाल खड़े करती है. जिस तरह से गैस प्लांट से इतने महंगे लोहे के पाइपों की चोरी हुई, उससे स्थानीय प्रशासन और औद्योगिक सुरक्षा प्रणाली की क्षमताओं पर प्रश्नचिन्ह लग गया है. पुलिस की तत्परता और त्वरित कार्रवाई के बावजूद, इस घटना ने उद्योग क्षेत्र में सुरक्षा के प्रति चिंताएं बढ़ा दी हैं.
पुलिस अब मामले की गहन जांच कर रही है ताकि इस घटना में शामिल अन्य संभावित आरोपियों का पता लगाया जा सके और उन्हें भी गिरफ्तार किया जा सके. इसके साथ ही पुलिस यह भी जांच कर रही है कि कहीं इस चोरी में किसी आंतरिक व्यक्ति की भूमिका तो नहीं थी.
इस तरह की घटनाएं औद्योगिक परियोजनाओं के लिए गंभीर खतरे के संकेत देती हैं, और स्थानीय प्रशासन को इस दिशा में और भी सतर्कता बरतने की आवश्यकता है. पुलिस ने आम जनता से भी अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें, ताकि अपराधों पर समय रहते काबू पाया जा सके.