रिटायर्ड डिप्टी लेबर सुप्रीटेंडेंट को जमीन दलालों के इशारे पर थाने ले गई पुलिस, घंटो बाद छोड़ा
प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: हजारीबाग में इन दिनों जमीन दलालों का राज है. अपने एक इशारे पर वे पैसे के दम पर प्रशासन से कुछ भी कानूनी/गैरकानूनी काम करवाने का माद्दा रखते हैं. ऐसा ही एक मामला शनिवार को संज्ञान में आया जब जमीन दलालों ने एसडीओ आफिस के कर्मियों को "खरीदकर" कटकमदाग अंचल के रेवाली गांव निवासी रिटायर डिप्टी लेबर सुप्रीटेंडेंट राम कुमार राय के आवासीय परिसर में ही धारा 144 लागू करवा दिया. आरोप है कि इस मामले में जमीन दलालों के इशारे पर एसडीओ आफिस के कर्मियों ने ही एसडीओ को गुमराह कर आवासीय परिसर में धारा 144 लगवाने की संचिका पर दस्तखत करवा लिया.
इस मामले का हैरत करने वाला पहलू यह है कि अमूमन किसी भी मामले में देर से पहल करने या मौके पर पहुंचने वाली पुलिस जमीन दलालों की पैसे के आगे झकझूमर करते हुए फौरन रिटायर्ड डिप्टी लेबर सुप्रीटेंडेंट के घर पर भारी संख्या में पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गई, पुलिस बल के साथ साथ जमीन दलालों की टोली भी थी. पुलिस तत्काल रिटायर्ड ऑफिसर को घर से उठाकर अपराधियों सरीखा व्यवहार करते हुए थाने ले गई. घंटो थाने में बैठाकर देर शाम थाने से मुक्त कर दिया.
मामले को लेकर संपर्क करने पर रिटायर्ड डिप्टी लेबर सुप्रीटेंडेंट राम कुमार राय ने बताया कि उक्त आवासीय परिसर में उनका परिवार 80 साल से रह रहा है. घर में कुछ मरम्मत कराई जा रही थी, इसी दौरान जमीन दलाल पुलिस को साथ लेकर उनके घर पहुंच गए और उनके इशारे पर पुलिस उन्हें धारा 144 उलंघन के आरोप में थाने ले गई. मरम्मत में उपयोग में लाए जा रहे सामान भी थाने ले गई. इस मामले में संपर्क करने पर एसडीओ, हजारीबाग ने बताया कि आवासीय परिसर में धारा 144 नहीं लगाया जा सकता. क्यों, कैसे और किन हालातों में आवासीय परिसर में धारा 144 लग गया है इसकी जांच कराएंगे, अगर गड़बड़ी हुई है तो जांचोपरांत कार्यालय के कर्मियो पर कारवाई की जाएगी. वहीं कटकमदाग थाना प्रभारी ने बताया कि उक्त भूखंड आवासीय है मगर चूंकि एसडीओ ने धारा 144 लगा दिया है इसलिए एसडीओ के आदेश का पालन करना उनकी विवशता है.
दस दिन पूर्व थाने से डिप्टी लेबर सुप्रिटेंडेंट को मिला था क्लीन चिट, कुछ दिन बाद फिर दूसरे दरोगा को लेकर पहुंच गए जमीन दलाल
रिटायर्ड डिप्टी लेबर सुप्रीटेंडेंट ने बताया कि ये जमीन दलाल दस दिन पूर्व थाने से अवर निरीक्षक निशांत केरकेट्टा को लेकर उनके आवासीय परिसर में पहुंचे थे. दरोगा ने उनके आवासीय परिसर की जमीन के कागजात देखने के बाद कागजात को दुरुस्त पाया था और जमीन दलालों को फटकार भी लगाई थी. उस बार जमीन दलालों की दाल नहीं गली. कुछ दिन बाद जमीन दलाल एक दूसरे दरोगा को लेकर उनके घर पहुंच गए. उस दरोगा ने बिना कागज देखे उन्हें घर की मरम्मत कराने से रोक दिया, जिसकी शिकायत उन्होंने थाने में भी की थी.