न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: माघ पूर्णिमा का पर्व हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता हैं. यह तिथि हर साल माघ माह की पूर्णिमा को मनाई जाती है तो इस बार 12 फरवरी बुधवार को पड़ रही हैं. इस दिन को लेकर श्रद्धालुओं में विशेष श्रद्धा होती है क्योंकि इसे पुण्यप्रद दिन माना जाता है, जब भगवान विष्णु की पूजा, पितरों का श्राद्ध और दान का महत्व हैं.
माघ पूर्णिमा का शुभ मुहूर्त
माघ पूर्णिमा की तिथि 11 फरवरी को शाम 6 बजकर 55 मिनट से शुरू होगी और 12 फरवरी को शाम 7 बजकर 22 मिनट पर समाप्त होगी लेकिन इस दिन व्रत और स्नान का समय विशेष रूप से महत्वपूर्ण हैं. स्नान का शुभ समय सुबह 5 बजकर 19 मिनट से सुबह 6 बजकर 10 मिनट तक हैं.
माघ पूर्णिमा की पूजा विधि
इस दिन भगवान विष्णु के पूजन के साथ-साथ नदियों में स्नान, हवन और व्रत का आयोजन किया जाता हैं. खासकर गंगा, यमुनाजी या किसी पवित्र नदी में स्नान करने से मनुष्य के पाप नष्ट होते है और आत्मा की शुद्धि होती हैं. इसके बाद भगवान विष्णु का पूजन, पितरों का श्राद्ध और गरीबों को दान देने की परंपरा हैं.
माघ पूर्णिमा के विशेष उपाय
पवित्र नदी में स्नान: माघ पूर्णिमा के दिन गंगा या किसी पवित्र नदी में स्नान करने से जीवन के सभी कष्ट दूर होते हैं.
भगवान विष्णु और लक्ष्मी माता की पूजा: इस दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करना घर में धन की वृष्टि और सुख-शांति लाता हैं.
पीपल की पूजा: माघ पूर्णिमा के दिन पीपल के पेड़ की पूजा विशेष रूप से शुभ मानी जाती हैं. पीपल के पेड़ में भगवान विष्णु का वास होता है और इसके साथ पूजा करने से समृद्धि और सुख की प्राप्ति होती हैं.